महासती दादी रानी के दरबार में धार्मिक एवं सांस्कृतिक मेला आज

माहिलपुर 13 जून - महासती प्रबंधक कमेटी, नौजवान सभा, समूह नगर निवासी, ग्राम पंचायत मुगोवाल और एन.आर.आई. वीरां द्वारा सभी संगतों के सहयोग से संघा गोत से संबंधित बाबा देवी दयाल उर्फ ​​नंगा बावा और बावा ज्ञानपुरी जी को समर्पित चार दिवसीय वार्षिक मेला आयोजित किया जा रहा है। हर वर्ष की भांति आज मंदिर महासती दादी रानी से भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।

माहिलपुर 13 जून - महासती प्रबंधक कमेटी, नौजवान सभा, समूह नगर निवासी, ग्राम पंचायत मुगोवाल और एन.आर.आई. वीरां द्वारा सभी संगतों के सहयोग से संघा गोत से संबंधित बाबा देवी दयाल उर्फ ​​नंगा बावा और बावा ज्ञानपुरी जी को समर्पित चार दिवसीय वार्षिक मेला आयोजित किया जा रहा है। हर वर्ष की भांति आज मंदिर महासती दादी रानी से भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
यह शोभा यात्रा पूरे गांव की परिक्रमा कर वापस महासती दादी रानी मंदिर पर समाप्त होती है। श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न प्रकार के खाने-पीने के लंगर लगाये गये थे। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष बलवीर सिंह संघा, जोगा सिंह, हरदीप सिंह, रघवीर सिंह, लंबरदार महेंदर सिंह, गुरजीत सिंह जीती, दलजीत सिंह जीता, बलविंदर सिंह सरबजीत सिंह, मास्टर सुरिंदर कुमार शैंकी, मदन सिंह, लखविंदर सिंह और अन्य ग्रामीण सदस्य संख्या में उपस्थित थे। इस मौके पर कमेटी अध्यक्ष बलवीर सिंह संघा व जोगा सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि वार्षिक मेले को मुख्य रखते हुए सबसे पहले 11 जून को श्री रामायण व अखंड पाठ साहिब की शुरुआत की गयी थी. 11 जून को ही हॉल्ट रेस के विजेताओं को शानदार इनाम दिए गए. 12 जून को रामायण पाठ के भोग के बाद कांशी नाथ म्यूजिकल ग्रुप ने माता जी का गुणगान किया। 13 जून को श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद ज्ञानी तरसेम सिंह मोरांवाली के ढाडी जत्थे ने श्रद्धालुओं को गुरुचरण से जोड़ा। शाम को भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि इस शोभा यात्रा में गोपी रूड़की ने गांव की परिक्रमा करते हुए महामाई का गुणगान किया। उन्होंने बताया कि 14 जून को धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा. जिसमें मशहूर गायक दीप ढिल्लों, जैस्मीन जस्सी और हर्फ चीमा धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। चार दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में गांव व क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में भाग लेकर महासती दादी रानीजी को नमन कर रहे हैं. माता के लंगर अखंड चल रहे हैं।