शिक्षक समाज का निर्माता है

शिक्षक समाज का निर्माता है। विद्यार्थियों से उनका पवित्र रिश्ता है। बच्चे के चरित्र निर्माण में शिक्षकों और अभिभावकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। माता-पिता को हमेशा अपने बच्चे के भविष्य के लिए शिक्षक से बड़ी आशा रहती है। इस पवित्र रिश्ते का वर्णन अमेरिका के प्रसिद्ध राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने 1861 ई. में अपने बेटे के प्रिंसिपल को पत्र लिखकर उसके अच्छे भविष्य की कामना करते हुए किया है।

शिक्षक समाज का निर्माता है। विद्यार्थियों से उनका पवित्र रिश्ता है। बच्चे के चरित्र निर्माण में शिक्षकों और अभिभावकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। माता-पिता को हमेशा अपने बच्चे के भविष्य के लिए शिक्षक से बड़ी आशा रहती है। इस पवित्र रिश्ते का वर्णन अमेरिका के प्रसिद्ध राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने 1861 ई. में अपने बेटे के प्रिंसिपल को पत्र लिखकर उसके अच्छे भविष्य की कामना करते हुए किया है। यह पत्र दो शताब्दियों से भी अधिक समय बाद आज भी ऐतिहासिक महत्व रखता है, जिसका सार इस प्रकार है।
जब राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन (1861-1867) ने अपने बेटे रॉबर्ट को पहले दिन स्कूल भेजना शुरू किया तो उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल को एक पत्र लिखा।

1. यह मेरे बेटे का स्कूल में पहला दिन है। वह थोड़ा घबराया हुआ होगा, कृपया ध्यान रखें कि वह उस रास्ते से डर न जाए जो उसे अनगिनत युद्धों, त्रासदियों, कठिनाइयों और दुनिया की अन्य कठोर वास्तविकताओं से परिचित कराएगा। 

2. इसे विश्वास, साहस और प्रेम का जीवन जीने का साधन बनाएं!

3. इसे यह भी सिखाएं कि प्रत्येक शत्रु में एक मित्र छिपा होता है, प्रत्येक बुरे व्यक्ति में एक अच्छा चरित्र छिपा होता है और प्रत्येक भ्रष्ट राजनेता में एक ईमानदार पक्ष भी छिपा होता है।

4. इसे यह भी वताये कि मेहनत से कमाया गया एक रुपया बिना मेहनत के जमीन से उठाए पांच रुपये से कई गुना बेहतर है।

5. इसे यह भी वताये कि नकल करके पास होने की अपेक्षा ईमानदारी से लिखकर फेल होना कई ग्रेड बेहतर है।

6. इसे जीवन की वास्तविक प्रतियोगिताओं में हार स्वीकार करना सिखाएं और यह भी सिखाएं कि जीत को दिमाग पर हावी होने से कैसे रोका जाए!

7. इसे यह भी सिखाओ कि अच्छे लोगों के साथ कैसे नम्रता से पेश आना है और सख्त और अत्याचारी लोगों को उनका हिस्सा कैसे लौटाना है!
 
8. इसे किताब के महत्व के बारे में बताएं, यह भी समझाइए कि आकाश में उड़ने वाले पक्षियों की उड़ान का वास्तविक रहस्य क्या है? तेज धूप में उड़ती मधु मक्खी और पहाड़ी ढलान पर उगे खूबसूरत फूल इंसान को क्या संदेश देना चाहते हैं!

9. इसे बताएं कि अपने मन में उठने वाले सकारात्मक विचारों को कैसे बढ़ावा देते रहें और वह भी तब जब पूरी दुनिया आपको झूठा साबित करने पर तुली हो।

10. इसे इस प्रकार की शिक्षा दे बिना सोचे-समझे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए और सदैव सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपना रास्ता स्वयं बनाना चाहिए!

11. इसे यह भी अच्छे से समझना  कि वह दुनिया की भीड़ में भी हर किसी की बात सुन सके, लेकिन हर किसी को सुनी हुई बात को सत्य की कसौटी पर परखने के बाद ही अपने जीवन में अपनाना चाहिए।

12. इसे यह भी समझना चाहिए कि अपनी प्रतिभा और दिमाग से उपजे विचारों को किसी समझदार और सराहना करने वाले के सामने कैसे पेश किया जाए और अपने दिल और जमीर को बिकने से कैसे बचाया जाए।

13. कोशिश करें कि यह धैर्य रखें और एक बहादुर इंसान बने, साथ ही खुद पर अटूट विश्वास रखें। क्योंकि जिस व्यक्ति को खुद पर पूरा भरोसा होता है वह इंसानियत और भगवान को कभी अपने दिल से दूर नहीं होने देता!

मित्रों, आज की पीढ़ी के शिक्षकों और अभिभावकों तक इन विचारों को पहुंचाने की बहुत आवश्यकता है, जो इस महान व्यक्तित्व ने लगभग दो शताब्दी पहले अपने बच्चों को बताए थे.. इसे स्वयं पढ़ें और दूसरों को पढ़ाएं।

- के एस अमर