वेटरनरी विश्वविद्यालय ने डेयरी किसानों को दिया पोषण प्रौद्योगिकियों पर प्रशिक्षण

लुधियाना 05 मई 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के पशु पोषण विभाग द्वारा प्रसार शिक्षा निदेशालय के नेतृत्व में ‘डेयरी किसानों के लिए पशु पोषण प्रौद्योगिकियां’विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

लुधियाना 05 मई 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के पशु पोषण विभाग द्वारा प्रसार शिक्षा निदेशालय के नेतृत्व में ‘डेयरी किसानों के लिए पशु पोषण प्रौद्योगिकियां’विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस प्रशिक्षण के समापन समारोह के दौरान प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. रविंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि डेयरी फार्मिंग पेशे में 65 प्रतिशत से अधिक खर्च पशु आहार पर होता है। इसलिए, आधुनिक पशु आहार प्रौद्योगिकियों को अपनाकर, हम चारे की लागत को काफी कम कर सकते हैं और इस पेशे को अधिक लाभदायक बना सकते हैं। इन विधियों से न केवल उत्पादन बढ़ता है, बल्कि ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करके कृषि विविधीकरण को भी बढ़ावा मिलता है।
पशु पोषण विभाग के प्रमुख एवं पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. जसपाल सिंह हुंदल ने कहा कि प्रशिक्षण, व्याख्यान एवं व्यावहारिक ज्ञान के माध्यम से दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य वर्ष भर संतुलित पशु आहार उपलब्ध कराने के बारे में शिक्षित करना था। प्रशिक्षण में धातु चूरा, पशु चाट और बाईपास पोषक तत्वों पर भी प्रशिक्षण दिया गया। छात्रों को अचार बनाने और हेय बनाने सहित चारा प्रबंधन तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि इस विभाग ने पशु आहार से संबंधित कई तकनीकें विकसित की हैं तथा पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय स्तर पर धातु चूरा भी तैयार किया है। डॉ. ग्रेवाल ने किसानों से आग्रह किया कि वे संतुलित पशु आहार तैयार करने अथवा बाजार से प्राप्त आहार का परीक्षण करवाने के लिए विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधा का लाभ उठाएं। 
डॉ. जसपाल सिंह लांबा, डॉ. उदेबीर और डॉ. एस उनियाल पाठ्यक्रम समन्वयकों ने किसानों की उत्साहजनक भागीदारी का स्वागत किया और कहा कि किसान डेयरी उत्पादन बढ़ाने में बहुत रुचि रखते हैं।