
कवि भगत राम रंगारा की अध्यक्षता में सजी काव्य सभा
एसएएस नगर, 23 जून- कवि मंच मोहाली द्वारा प्रख्यात रुबाईकार और वरिष्ठ कवि भगत राम रंगारा के निवास पर एक छोटी कविता सभा का आयोजन किया गया। इस सभा की शुरुआत सूरजित सुमन, जो एक कुशल लेखक और नवानां ज़माना के कॉलम लेखक हैं, ने अपने नए कॉलम ‘गणिका के कोठे पर बजता संगीत’ के साथ की।
एसएएस नगर, 23 जून- कवि मंच मोहाली द्वारा प्रख्यात रुबाईकार और वरिष्ठ कवि भगत राम रंगारा के निवास पर एक छोटी कविता सभा का आयोजन किया गया। इस सभा की शुरुआत सूरजित सुमन, जो एक कुशल लेखक और नवानां ज़माना के कॉलम लेखक हैं, ने अपने नए कॉलम ‘गणिका के कोठे पर बजता संगीत’ के साथ की।
इसके बाद, गीतकार ध्यान सिंह काहलों ने अपनी नई प्रकाशित पुस्तक में शामिल तीन गीतों को तर्ज में गाकर अपनी लेखनी का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर, नौवें दशक को पार कर चुकीं प्रख्यात कवयित्री देवकी देवी प्रभाकर ने अपनी प्रसिद्ध हिंदी रचना ‘अबला तू कब बनेगी सबला’ सुनाकर अपनी साहित्यिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसके बाद, राज कुमार साहोवालिया ने व्यंग्य से भरी रचनाओं ‘झुंझु बिबा राना’ और ‘की बनाऊं ते जिंदगी’ को प्रस्तुत किया।
सभा की अध्यक्षता कर रहे श्री रंगारा ने अपनी प्रेरणादायक रुबाइयां सुनाईं। इस अवसर पर ध्यान सिंह काहलों की आगामी पुस्तक ‘टुंबवे बोल’ का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और उन्हें बधाई दी गई। उनके स्वस्थ होने की कामना भी की गई। सभा का संचालन राज कुमार साहोवालिया ने किया।
