राजीव गांधी विधि विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में 300 को प्रदान की गई डिग्रियां

पटियाला, 15 फरवरी- राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का छठा दीक्षांत समारोह आज आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं आरजीएनयूएल के विजिटर माननीय न्यायमूर्ति सूर्यकांत तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं आरजीएनयूएल के कुलाधिपति माननीय न्यायमूर्ति शील नागू ने विश्वविद्यालय के 300 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की।

पटियाला, 15 फरवरी- राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का छठा दीक्षांत समारोह आज आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं आरजीएनयूएल के विजिटर माननीय न्यायमूर्ति सूर्यकांत तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं आरजीएनयूएल के कुलाधिपति माननीय न्यायमूर्ति शील नागू ने विश्वविद्यालय के 300 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की। 
इस अवसर पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं आरजीएनयूएल की जनरल काउंसिल के सदस्य माननीय न्यायमूर्ति अरुण पाली भी उपस्थित थे। इस दौरान तीन बेंचों के एलएलएम, तीन बेंचों के बीएएलएलबी (ऑनर्स) सहित एलएलडी एवं पीएचडी विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह के प्रारंभ में आरजीएनयूएल के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) जय एस सिंह ने अतिथियों, विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों का स्वागत किया तथा विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। 
इस अवसर पर बोलते हुए, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और आरजीएनयूएल के कुलाधिपति माननीय न्यायमूर्ति शील नागू। आगंतुक माननीय न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा, “आपकी पीढ़ी ऐसे समय में कानून के क्षेत्र में प्रवेश कर रही है जब प्रौद्योगिकी, सामाजिक परिवर्तन और कानून के क्षेत्र में परिवर्तन आपस में जुड़े हुए हैं। जो लोग तैयार हैं उनके लिए यह एक शानदार अवसर है। 
आपकी शिक्षा ने आपको न केवल ज्ञान दिया है, बल्कि गंभीर रूप से सोचने, नैतिक रूप से कार्य करने और नवाचार के अनुकूल होने की क्षमता भी दी है। ये कौशल न केवल आपको एक अच्छा वकील बनने में मदद करेंगे, बल्कि कानूनी प्रणाली का भविष्य निर्धारित करने में भी आपकी मदद करेंगे।” 
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और आरजीएनयूएल के कुलाधिपति माननीय न्यायमूर्ति शील नागू ने अपने संबोधन में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “आपके कार्य, निर्णय और शब्द समाज का मार्गदर्शन कर सकते हैं, लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकते हैं