
डॉ. अंबेडकर एजुकेशन सोसायटी अटारी द्वारा डॉ. अंबेडकर जी का जन्मदिन मनाया गया
नवांशहर - गांव अटारी की डॉ. अंबेडकर एजुकेशन सोसायटी ने बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर जी का जन्मदिवस बहुत ही मिशनरी भावना से मनाया। जिसमें मुख्य अतिथि गुरुदयाल बौद्ध धर्म यूके वालों ने बाबा साहब डॉ. अंबेडकर जी की दो बातों के बारे में बताने का प्रयास किया कि बाबा साहब जी ने सभी धर्मों के बारे में पढ़ा और उन धर्मों का अवलोकन किया, उन्होंने हिंदू धर्म को त्याग कर बौद्ध धर्म अपनाया जिसमें सम्मान दिया जाता है।
नवांशहर - गांव अटारी की डॉ. अंबेडकर एजुकेशन सोसायटी ने बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर जी का जन्मदिवस बहुत ही मिशनरी भावना से मनाया। जिसमें मुख्य अतिथि गुरुदयाल बौद्ध धर्म यूके वालों ने बाबा साहब डॉ. अंबेडकर जी की दो बातों के बारे में बताने का प्रयास किया कि बाबा साहब जी ने सभी धर्मों के बारे में पढ़ा और उन धर्मों का अवलोकन किया, उन्होंने हिंदू धर्म को त्याग कर बौद्ध धर्म अपनाया जिसमें सम्मान दिया जाता है।
लेकिन दुर्भाग्य से कहना पड़ रहा है कि हमारे लोग अभी तक उनकी बात नहीं समझ पाये हैं और दूसरी बात यह है कि हमने सभी पार्टियों की परीक्षा ले ली है, लेकिन किसी भी पार्टी ने हमारा दामन नहीं थामा. इसलिए आपको उस पार्टी को भी परखना चाहिए जिसे साहिब श्री कांशीराम जी ने बड़ी मुश्किल से खड़ा किया है। जिन्होंने हमें बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर जी के बारे में सब कुछ बताया है। उनकी एकमात्र पार्टी बहुजन समाज पार्टी है। प्रोफेसर कुलविंदर सिंह जी ने अपने भाषण में दिल छू लेने वाली बातें कहीं और बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर जी के बारे में बहुत सारी जानकारी दी। नाटक कलां केंद्र लसारा ने भी अपने नाटकों से बच्चों को बाबा साहेब के मिशन के प्रति अंधविश्वास, पाखंड और अंधविश्वास से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। गाँव अटारी के बच्चों ने भी बाबा साहेब पर अपनी कविताएँ, भाषण और कोरियोग्राफी प्रस्तुत की।
गांव के युवा, विजय कुमार, सागर जस्सी, अमर चंद, दीन दयाल, अमन मल्ल, अमनदीप मल्ल, हरमेश अटारी, प्रकाश चंद फराला, कलसी बेहराम, सतपाल अटारी, तरसेम लाल मल्ल, सुनीता रानी, परमजीत कौर, जोगिंदर कौर पंच, देस राज मल्ल, इंद्रजीत अटारी, इंद्रजीत नंबरदार के अलावा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। मंच सचिव की भूमिका महेश कुमार अटारी ने बखूबी निभाई।
