
श्रीमान 108 संत मान सिंह और संत राम सिंह जी की वार्षिक जयंती के अवसर पर संत समागम का आयोजन किया गया|
माहिलपुर, 4 जून - डेरा बिशनपुरी गांव नंगल खुर्द नजदीक माहिलपुर में संत मान सिंह संत राम सिंह जी की 108वीं वार्षिक बरसी इस तीर्थ के मुख्य प्रशासक महंत विक्रमजीत सिंह चेला महंत राम सिंह जी के कुशल नेतृत्व में सभी भक्तों के सहयोग से श्रद्धा पूर्वक और उत्साहपूर्वक से तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर सर्वप्रथम 10 श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया।माहिलपुर, 4 जून - डेरा बिशनपुरी गांव नंगल खुर्द नजदीक माहिलपुर में संत मान सिंह संत राम सिंह जी की 108वीं वार्षिक बरसी इस तीर्थ के मुख्य प्रशासक महंत विक्रमजीत सिंह चेला महंत राम सिंह जी के कुशल नेतृत्व में सभी भक्तों के सहयोग से श्रद्धा पूर्वक और उत्साहपूर्वक से तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर सर्वप्रथम 10 श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया। बाद में भाई हरनेक सिंह हजूरी रागी, संत जोगिंदर सिंह अटारी वाले और अन्य कीर्तनी और ढाडी जत्थों ने कथा कीर्तन के माध्यम से संगत को संतों के परोपकारी जीवन के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर संत अमरजीत सिंह हरखोवाल, संत संतोख सिंह पलड़ी, संत प्रीतम सिंह बारिया, संत बलजीत सिंह बारी, मनप्रीत सिंह गोरा, मंजीत सिंह संघा महिलपर, बीबी सतिंदर कौर बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस अवसर पर संत बाबा विक्रमजीत सिंह ने जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त दांत वितरित किए और स्वामी संजीव कुमार नंगल कलां द्वारा मुफ्त आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मरीजों ने उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया। इस मौके पर संत बाबा विक्रमजीत सिंह ने कार्यक्रम में आए और सहयोग करने वाले लोगों का धन्यवाद किया और उन्हें सिरोपाओ देकर सम्मानित किया। बातचीत करते हुए संत बाबा विक्रमजीत सिंह जी ने कहा कि 108 संत बाबा मान सिंह जी संत राम सिंह जी का जीवन पहाड़ी झरने की तरह पवित्र और पवित्र था। वे सदैव अपने दरबार में आने वाले भक्तों को इस ब्रह्मांड के कण-कण में विद्यमान सर्वशक्तिमान ईश्वर के चरणों से जुड़ने का संदेश देते थे। इस मौके पर गुरु का लंगर अटुट वरताया गया।
माहिलपुर, 4 जून - डेरा बिशनपुरी गांव नंगल खुर्द नजदीक माहिलपुर में संत मान सिंह संत राम सिंह जी की 108वीं वार्षिक बरसी इस तीर्थ के मुख्य प्रशासक महंत विक्रमजीत सिंह चेला महंत राम सिंह जी के कुशल नेतृत्व में सभी भक्तों के सहयोग से श्रद्धा पूर्वक और उत्साहपूर्वक से तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर सर्वप्रथम 10 श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया।
बाद में भाई हरनेक सिंह हजूरी रागी, संत जोगिंदर सिंह अटारी वाले और अन्य कीर्तनी और ढाडी जत्थों ने कथा कीर्तन के माध्यम से संगत को संतों के परोपकारी जीवन के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर संत अमरजीत सिंह हरखोवाल, संत संतोख सिंह पलड़ी, संत प्रीतम सिंह बारिया, संत बलजीत सिंह बारी, मनप्रीत सिंह गोरा, मंजीत सिंह संघा महिलपर, बीबी सतिंदर कौर बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस अवसर पर संत बाबा विक्रमजीत सिंह ने जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त दांत वितरित किए और स्वामी संजीव कुमार नंगल कलां द्वारा मुफ्त आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मरीजों ने उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया।
इस मौके पर संत बाबा विक्रमजीत सिंह ने कार्यक्रम में आए और सहयोग करने वाले लोगों का धन्यवाद किया और उन्हें सिरोपाओ देकर सम्मानित किया। बातचीत करते हुए संत बाबा विक्रमजीत सिंह जी ने कहा कि 108 संत बाबा मान सिंह जी संत राम सिंह जी का जीवन पहाड़ी झरने की तरह पवित्र और पवित्र था। वे सदैव अपने दरबार में आने वाले भक्तों को इस ब्रह्मांड के कण-कण में विद्यमान सर्वशक्तिमान ईश्वर के चरणों से जुड़ने का संदेश देते थे। इस मौके पर गुरु का लंगर अटुट वरताया गया।
