संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर ग्राम शेरपुर में विशेष आयोजन किया गया

माहिलपुर (16 अप्रैल)- संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती के उपलक्ष्य में गांव शेरपुर में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर सबसे पहले केक काटा गया. इस समय संत बाबा रमेश दास जी मुख्य प्रशासक डेरा शेरपुर कल्लर, संत निरंजन दास जी, सती सरपंच, बाबू तरसेम लाल, दिलबाग सिंह, लंबरदार सुच्चा सिंह, टोनी, गालू, निर्मल, आत्मा राम, दीपा, सन्नी कनाडा, कमलजीत, तोता सिंह पूर्व सरपंच, अजय शॉकी, जोगिंदर सिंह एवं अन्य ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

माहिलपुर (16 अप्रैल)- संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती के उपलक्ष्य में गांव शेरपुर में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर सबसे पहले केक काटा गया. इस समय संत बाबा रमेश दास जी मुख्य प्रशासक डेरा शेरपुर कल्लर, संत निरंजन दास जी, सती सरपंच, बाबू तरसेम लाल, दिलबाग सिंह, लंबरदार सुच्चा सिंह, टोनी, गालू, निर्मल, आत्मा राम, दीपा, सन्नी कनाडा, कमलजीत, तोता सिंह पूर्व सरपंच, अजय शॉकी, जोगिंदर सिंह एवं अन्य ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
  इस अवसर पर भारवे सभा को संबोधित करते हुए संत बाबा रमेश दास जी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के जीवन और उनके सिद्धांतों पर प्रकाश डाला और कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी ने सतगुरु रविदास महाराज जी की बेगमपुरे की अवधारणा पर प्रकाश डालकर उन्हें आशीर्वाद दिया है कि भारतीय संविधान के माध्यम से समाज के हर वर्ग को समानता और बंधुत्व का अधिकार मिला, जिसके कारण उन्हें दुनिया के अंत तक याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के दिखाये रास्ते पर चलते हुए अधिक ज्ञानी एवं विवेकशील बनना चाहिए तथा एक दूसरे के प्रति प्रेम भाव से रहते हुए अपने देश एवं सम्पूर्ण मानवता से प्रेम करना चाहिए। इस अवसर पर बच्चों को बाबा साहेब अम्बेडकर के जीवन से संबंधित पुस्तकें भी वितरित की गईं