एसएफएच खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में छोटे साहिबजादों की शहादत को समर्पित शहीदी समारोह का आयोजन किया गया।

सोमवार 23-12-2024 को जेएसएफएच खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में छोटे साहिबजादों की लासानी शहादत को समर्पित शहीदी समारोह का आयोजन किया गया। हर साल की तरह इस साल भी सुखमनी साहिब के पाठ किये गये और अरदास की गयी। इसके बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा कविता, शायरी व गीतों के माध्यम से छोटे साहिबजादों की शहादत को याद किया गया।

नवांशहर-

"न्याय करे जीअ, मैं  जमाने का यकीन है,
कह दे कि गुरु गोबिंद का सानी ही नहीं है।
करतार की सौगंध है, नानक की कसम,
जितनी भी हो गोबिंद की तारीफ वह है कम"।

सोमवार 23-12-2024 को जेएसएफएच खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में छोटे साहिबजादों की लासानी शहादत को समर्पित शहीदी समारोह का आयोजन किया गया। हर साल की तरह इस साल भी सुखमनी साहिब के पाठ किये गये और अरदास की गयी। इसके बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा कविता, शायरी व गीतों के माध्यम से छोटे साहिबजादों की शहादत को याद किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में बारहवीं कक्षा की छात्रा खुशी ने बच्चों को साहिबजादों के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसी कार्यक्रम में छठी कक्षा के विद्यार्थियों ने कविता, खुशी ने गीत, गुरप्रीत कौर व गुरलीन कौर ने गीत तथा तलविंदर कौर ने कविश्री के माध्यम से साहिबजादों को श्रद्धांजलि दी। छात्रा गुंजन और सुखप्रीत कौर ने भी भाषण के माध्यम से बच्चों को इतिहास से अवगत कराया। भाषण में साहिबजादों की लासानी शहादत के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों की शहादत दुनिया के इतिहास की सबसे दर्दनाक घटना और दिल दहला देने वाली साकी है। एक तरफ यह घटना मानवीय क्रूरता की घिनौनी तस्वीर पेश करती है दूसरी ओर, साहिबजादों के भीतर झुझ मरन और सिखी सिद्क़ की भावना की पराकाष्ठा को प्रकट करती है। गुरु जी के दो बड़े पुत्र बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह चमकौर की लड़ाई में लड़ते हुए शहीद हो गए और दो छोटे साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को सूबा सरहिंद के आदेश से शहीद कर दिया गया।
इसके बाद प्रिंसिपल दलजीत सिंह बोला साहिब ने भाषण दिया और विद्यार्थियों से कहा कि छोटे साहिबजादों की शहादत जैसी शहादत न तो इतिहास में हुई है और न ही भविष्य में होगी। इस अवसर पर डॉ. जसविंदर सिंह, श्री बलदेव सिंह पाबला, श्री दलजीत सिंह बोला, श्री प्रेम सिंह, श्री मंजीत सिंह, श्री इंद्रजीत माही, श्री बलजिंदर सिंह, श्री रोहित चौहान, श्रीमती गुरदीप कौर भुल्लर , श्रीमती बलवीर कौर, श्रीमती पूजा शर्मा, श्रीमती नीरज बाला, कुमारी पूजा रानी, ​​कुमारी कंचन सोनी, श्रीमती संदीप कौर उपस्थित रहीं।