स्किल इंडिया मिशन के तहत स्टेट लेवेल पेंटिंग एवं डेकोरेटिंग प्रतियोगिता PEC में हुई आयोजित

चंडीगढ़: 18 मार्च, 2024:- इनोवेशन और अकादमिक उत्कृष्टता के लिए एक प्रसिद्ध केंद्र, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (मानित विश्वविद्यालय), ने हाल ही में पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग में एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की मेजबानी की। 18 मार्च 2024 को आयोजित हुई स्किल इंडिया प्रतियोगिता, बैचलर ऑफ डिज़ाइन के उभरते छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक स्त्रोत साबित हुई। PEC में शुरू किए गए नए बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन (बी.डीएस) कार्यक्रम के छात्रों ने प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

चंडीगढ़: 18 मार्च, 2024:- इनोवेशन और अकादमिक उत्कृष्टता के लिए एक प्रसिद्ध केंद्र, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (मानित विश्वविद्यालय), ने हाल ही में पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग में एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की मेजबानी की। 18 मार्च 2024 को आयोजित हुई स्किल इंडिया प्रतियोगिता, बैचलर ऑफ डिज़ाइन के उभरते छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक स्त्रोत साबित हुई। PEC में शुरू किए गए नए बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन (बी.डीएस) कार्यक्रम के छात्रों ने प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

स्किल इंडिया पहल के तहत आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में स्किल डेवलपमेंट और क्रिएटिव टैलेंट की संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसने विभिन्न पृष्ठभूमियों से बीडीएस छात्रों और प्रतिभागियों को एक साथ लाने का काम किया, सभी प्रतिभागी डिजाइन और क्रिएटिविटी के प्रति अपने जुनून से एकजुट हुए। पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग प्रतियोगिता ने डिजाइन छात्रों को प्रेरित किया और उन्हें क्रिएटिव कम्पीटीशन्स में भाग लेने के लिए उत्साहित भी किया।

इस प्रतियोगिता के दौरान, 3डी एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया का उपयोग भी किया गया, जिसके तहत प्रतियोगियों द्वारा विकसित मॉडल का उत्पादन करने के लिए डेटा रैप 3डी प्रिंटर का उपयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया जिओमेट्रिक कंपोनेंट्स के उत्पादन के लिए अत्यधिक उन्नत है, जिसका उपयोग आगे प्रोटोटाइप मॉडलिंग के उद्देश्य के लिए भी किया जा सकता है।

साथ ही, कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) का भी उपयोग किया जाता है। इस उन्नत मशीन का उपयोग मोल और डाइस का उत्पादन करने के लिए किया जाता है, जो बहुत ही हाई एन्ड प्रोसेस है और सटीकता के साथ उन्हें उत्पादित किया जाता है, अन्यथा अन्य पारंपरिक मशीनों पर उत्पादन करना बहुत मुश्किल होता है। प्रतिस्पर्धियों को निर्धारित अवधि में दी गई स्पेसिफिकेशन्स के अनुरूप मोल्ड (सांचे) दिए गए, जिनमें से सर्वश्रेष्ठ मोल्ड (सांचे) छांट भी लिए गए। इन्हे आने वाले दिनों में भारत सरकार द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी।

इस प्रतियोगिता के लिए उपयोग की जाने वाली अधिकांश मशीनें प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग (पीआईईडी) और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग (ईईडी) से हैं। यह प्रतियोगिता प्रो. आर. एम. बेलोकर (प्रमुख, पीआईईडी) और प्रो. आर.एस. वालिया (प्रमुख, कार्यशाला एवं कौशल विकास केंद्र) की देखरेख में आयोजित की गई थी। इसका कोआर्डिनेशन डॉ. राहुल ओ वैश्य, डॉ. जसविंदर सिंह, डॉ. मनोहर सिंह और डॉ. वैभव गोविंदराव आठले ने किया था।

PEC में आयोजित कौशल भारत प्रतियोगिता छात्रों की  प्रतिभा और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। छात्रों को उनकी रचनात्मक क्षमता को उजागर करने के लिए सशक्त बनाकर, यह डिजाइन उद्योग के लिए एक उज्जवल, अधिक जीवंत भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त करता है।