
"स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 में पीईसी के छात्रों ने दिखाया अपना हुनर, जीते ₹2 लाख"
चंडीगढ़: 15 दिसंबर 2024: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के छात्रों ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024 के 7वें संस्करण के ग्रैंड फिनाले में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए चुनौतीपूर्ण प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स के लिए समाधान प्रस्तुत किए। यह प्रतियोगिता 36 घंटों तक चली, जिसमें पीईसी की तीन टीमों ने हिस्सा लिया और उनके समाधान का मूल्यांकन ज्यूरी सदस्यों द्वारा किया गया। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024 का उद्देश्य प्रतिभागियों में क्रिटिकल और इनोवेटिव सोच को बढ़ावा देना है, ताकि अकादमिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया की समस्याओं के साथ जोड़ा जा सके।
चंडीगढ़: 15 दिसंबर 2024: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के छात्रों ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024 के 7वें संस्करण के ग्रैंड फिनाले में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए चुनौतीपूर्ण प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स के लिए समाधान प्रस्तुत किए। यह प्रतियोगिता 36 घंटों तक चली, जिसमें पीईसी की तीन टीमों ने हिस्सा लिया और उनके समाधान का मूल्यांकन ज्यूरी सदस्यों द्वारा किया गया। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024 का उद्देश्य प्रतिभागियों में क्रिटिकल और इनोवेटिव सोच को बढ़ावा देना है, ताकि अकादमिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया की समस्याओं के साथ जोड़ा जा सके।
पीईसी की पहली टीम, जिसका नेतृत्व यशिता बंसल ने किया, और टीम के सदस्य कबीर अरोड़ा, भव्य प्रताप सिंह, अर्णव बंसल, आर्यन कौल और दुष्यंत भारद्वाज ने "टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट, राजस्थान सरकार के लिए एक इंटरैक्टिव जॉब और इंटर्नशिप प्लेटफॉर्म" विकसित किया। दूसरी टीम, जिसका नेतृत्व अर्णव विकास गर्ग ने किया, और टीम के सदस्य गरिमा बेनिवाल, हरमनमीत कौर, अंश रवि, लविष गर्ग और आदित्य सिंह तोमर ने "दिल्ली पावर सिस्टम के लिए बिजली की मांग और पीक डिमांड प्रोजेक्शन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित मॉडल" बनाया।
हर समस्या के समाधान के लिए प्रत्येक टीम को ₹1 लाख का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 के सबसे खास पलों में से एक था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वार्षिक संबोधन, जिसमें उन्होंने वर्चुअल माध्यम से प्रतिभागियों से संवाद किया। पीईसी की सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट (एसपीओसी) और फैकल्टी मेंबर, डॉ. शिल्पा ने बताया कि प्रतिभागियों को स्मार्ट ऑटोमेशन, स्मार्ट एजुकेशन जैसे थीम्स पर सॉफ़्टवेयर समाधान पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों को तकनीकी प्रगति और सामाजिक सुधार में उनके योगदान के लिए ₹1 लाख का पुरस्कार दिया गया। ग्रैंड फिनाले से पहले, छात्रों को संस्थान स्तर पर आयोजित इंटरनल हैकाथॉन के माध्यम से चुना गया था।
पीईसी के निदेशक, डॉ. राजेश कुमार भाटिया जी ने इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पहल में पीईसी छात्रों की भागीदारी की सराहना की और उनकी सफलता के लिए उन्हें हरसंभव समर्थन भी प्रदान किया।
