डेराबस्सी में भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने के लिए जिले में 8 बड़े तालाब बनाए जाएंगे, जिनमें से प्रत्येक 20 एकड़ से अधिक जगह में होगा

एस.ए.एस. नगर, 18 दिसंबर, 2024: डेराबस्सी उपमंडल में भूमिगत जल स्तर में कमी को देखते हुए, रिचार्जिंग के उद्देश्य से प्रत्येक एकड़ से अधिक क्षेत्र में आठ नए तालाब तैयार किए जाएंगे (20 एकड़ प्रत्येक), यह जानकारी आज डिप्टी कमिश्नर श्रीमती आशिका जैन ने दी।

एस.ए.एस. नगर, 18 दिसंबर, 2024: डेराबस्सी उपमंडल में भूमिगत जल स्तर में कमी को देखते हुए, रिचार्जिंग के उद्देश्य से प्रत्येक एकड़ से अधिक क्षेत्र में आठ नए तालाब तैयार किए जाएंगे (20 एकड़  प्रत्येक), यह जानकारी आज डिप्टी कमिश्नर श्रीमती आशिका जैन ने दी।
बुधवार को जिला प्रशासनिक परिसर, एसएएस नगर, मोहाली में जल संसाधन विभाग (ड्रेनेज-कम-माइनिंग एंड जियोलॉजी डिवीजन एसएएस नगर) द्वारा की गई गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करते हुए, उन्होंने विभाग के अधिकारियों को डेराबस्सी में सारंगपुर, हंडेसरा और सारंगपुर (दोनों टांगरी नदी के पास), अंटाला ड्रेन, रजापुर खेला, बहोरा (घग्गर नदी के साथ), बिजनपुर, रानी माजरा आदि में पहले से ही पहचाने गए क्षेत्र में तालाब खोदने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया। 
उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी के रिसाव को रोकने के लिए चेक डैम का निर्माण करके इन जल संचयन-सह-संग्रह तालाबों को तैयार किया जाएगा जो कि पुनर्भरण के साथ-साथ क्षेत्र को बाढ़ से बचाने में सहायक होगा। इसके अलावा, नालो और नदियों को विभिन्न तरल अपशिष्ट के निपटान से मुक्त रखने के लिए, संबंधित विभागों को निर्धारित समय सीमा के भीतर रिसाव/गंदा पानी डालने को रोकने के लिए कहा गया है। 
जिले में पीपीसीबी और ड्रेनेज विभाग द्वारा करीब 46 ऐसे प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं तथा विभागों को प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने के लिए नोटिस दिए जा चुके हैं। इसी प्रकार निजी भूमि में पड़ने वाले ड्रेनों की पहचान करने के लिए 21 ऐसे ड्रेनों को अधिसूचित किया गया है, जबकि शेष 21 को आगामी दिनों में अधिसूचित किया जाएगा, ताकि बरसाती पानी के प्राकृतिक बहाव को सुनिश्चित किया जा सके। 
जिले में बाढ़ सुरक्षा कार्यों का जायजा लेते हुए उपायुक्त जैन ने बताया कि जिले में  नान-प्लान, राज्य आपदा प्रबंधन निधि और मनरेगा के तहत लगभग 627.24 लाख रुपये की लागत से चोअ, बरसाती खाइयां, नालों और घग्गर नदी, झिरमल नदी, टांगरी नदी, पटियाला की राव, जयंती देवी की राव आदि पर कुल 36 सुदृढ़ीकरण कार्य पूरे किए गए हैं, ताकि खेतों और आबादी को बाढ़ के पानी से बचाया जा सके।
    बैठक में एडीसी (ज) विराज एस तिड़के, एसडीएम अमित गुप्ता, एसडीएम गुरमंदर सिंह, डीआरओ अमन चावला, जिला ड्रेनेज-कम-माइनिंग एवं भूविज्ञान अधिकारी गुरतेज सिंह, तहसीलदार अर्जुन सिंह ग्रेवाल शामिल थे।