पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (मानित विश्वविद्यालय), चंडीगढ़ ने 1 फरवरी, 2024 को "इनोवेशन सर्कल: कम्युनिकेटिंग द कल्चर ऑफ इनोवेशन टू एंटरप्राइजेस" नामक एक कार्यशाला का आयोजन किया।

चंडीगढ़: 1 फरवरी, 2024:- राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद, डीएसटी, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (मानित विश्वविद्यालय), चंडीगढ़ ने 1 फरवरी, 2024 को "इनोवेशन सर्कल: कम्युनिकेटिंग द कल्चर ऑफ इनोवेशन टू एंटरप्राइजेस" नामक एक कार्यशाला का आयोजन किया। यह प्रयास देश के व्यापक विज़न यानी विकसित भारत@2047 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

चंडीगढ़: 1 फरवरी, 2024:- राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद, डीएसटी, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (मानित विश्वविद्यालय), चंडीगढ़ ने 1 फरवरी, 2024 को "इनोवेशन सर्कल: कम्युनिकेटिंग द कल्चर ऑफ इनोवेशन टू एंटरप्राइजेस" नामक एक कार्यशाला का आयोजन किया। यह प्रयास देश के व्यापक विज़न यानी विकसित भारत@2047 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
डॉ. परवीन अरोड़ा, एडवाइजर, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग; ग्लोबल प्रोजेक्ट्स एंड सर्विसेज (पी) लिमिटेड के चेयरमैन डॉ. जेएस जुनेजा ने दीप प्रज्जवलन करके कार्यशाला का उद्घाटन किया। उनके साथ ही प्रोफेसर प्रदोष नाथ, निदेशक, सेंटर फॉर नॉलेज आइडियाज एंड डेवलपमेंट स्टडीज (केएनआईडीएस), और प्रोफेसर एएन गोस्वामी, रिसर्च कोऑर्डिनेटर, सेंटर फॉर नॉलेज आइडियाज एंड डेवलपमेंट स्टडीज, भी इस कार्यकर्म में उपस्थित थे।
इसके बाद डॉ. जुनेजा, डॉ. नाथ, डॉ. अरोड़ा और अन्य सम्मानित वक्ताओं द्वारा नवाचार और उद्योग तथा वर्तमान बाजार में इसके महत्व पर एक सत्र भी आयोजित किया गया।
प्रोफेसर राजेश भाटिया, डीन एकेडमिक अफेयर्स ने इनोवेशन के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया, कि, कैसे PEC ने विभिन्न पाठ्यक्रमों की पेशकश करके छात्रों को उद्यमिता और इनोवेशन के बारे में सिखाने के लिए विभिन्न उपाय अपनाए हैं।
उनके साथ ही, डॉ. मनीष कुमार, प्रोफेसर-इन-चार्ज डीन एकेडमिक अफेयर्स ने आज की दुनिया में इनोवेशन के महत्व का उल्लेख किया।
विभिन्न उद्योग विशेषज्ञ और उद्यमी सत्र में शामिल हुए और उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान अपने अनुभवों और चुनौतियों पर चर्चा की और ये विचार साँझा किये कि, कैसे प्रौद्योगिकी और नवाचार इसके लिए समाधान प्रदान कर सकते हैं।