बुजुर्ग कवियों के जन्मदिन पर कवि दरबार समारोह संपन्न हुआ

कवि मंच (रजि.)मोहाली जहां मातृभाषा पंजाबी की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं मंच अपने बुजुर्गों की देखभाल करने और उन्हें खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करने का काम भी कर रहा है। इसी संदर्भ में आज दिनांक 13.01.2024 को मंच के अध्यक्ष भगत राम रंगारा और कार्यवाहक सदस्य जगपाल सिंह (आईएएफआरआईटीए) जो क्रमशः 87 वर्ष और 78 वर्ष की आयु तक पहुँच चुके हैं, ने हूरों की जयंती को अनोखे अंदाज में मनाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया कटानी वैष्णु ढाबा सेक्टर- 125, मोहाली में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध लेखक डॉ. शिंदरपाल सिंह ने की, जबकि जसपाल सिंह देसुवी (कनाडा) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस समय गुरदर्शन सिंह मावी और रणजोध सिंह राणा को भी राष्ट्रपति पद पर नियुक्त किया गया।

कवि मंच (रजि.)मोहाली जहां मातृभाषा पंजाबी की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं मंच अपने बुजुर्गों की देखभाल करने और उन्हें खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करने का काम भी कर रहा है। इसी संदर्भ में आज दिनांक 13.01.2024 को मंच के अध्यक्ष भगत राम रंगारा और कार्यवाहक सदस्य जगपाल सिंह (आईएएफआरआईटीए) जो क्रमशः 87 वर्ष और 78 वर्ष की आयु तक पहुँच चुके हैं, ने हूरों की जयंती को अनोखे अंदाज में मनाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया कटानी वैष्णु ढाबा सेक्टर- 125, मोहाली में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध लेखक डॉ. शिंदरपाल सिंह ने की, जबकि जसपाल सिंह देसुवी (कनाडा) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस समय गुरदर्शन सिंह मावी और रणजोध सिंह राणा को भी राष्ट्रपति पद पर नियुक्त किया गया।
उनके अलावा रंगारा और जगपाल सिंह भी अध्यक्ष पद का हिस्सा थे. कार्यक्रम की शुरुआत गीतकार रणजोध सिंह राणा ने जन्मदिन के लिए विशेष तौर पर लिखी अपनी रचना से की. दोनों वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और अन्य उपस्थित लोगों ने केक काटा और एक-दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर दोनों विभूतियों को पुस्तक एवं शॉल भेंट कर उनके जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक स्वागत किया गया तथा उनके दीर्घायु होने की कामना की गयी। इस कार्यक्रम का खास आकर्षण यह रहा कि हैप्पी बर्थडे कहने वाले कवियों और गायकों ने खूब काव्यात्मक रंग बिखेरे. कवि दरबार की फिजा में रंग भरते लोक गायक अमर विरदी, ध्यान सिंह काहलों, अजमेर सागर, प्यारा सिंह राही, करमजीत सिंह बागा, दर्शन तिवाणा, जगतार सिंह जोग, सरबजीत कौर, मनजीतपाल सिंह, बहादुर सिंह गोसल, सिमरजीत ग्रेवाल, गुरदर्शन मावी सिंह, राजिंदर रैनू, जसपाल सिंह देसुवी, बलविंदर सिंह ढिल्लों, डॉ. अजीत कंवल हमदर्द ने अपने-अपने अंदाज में अपनी कला के जौहर दिखाए और दर्शकों की तालियां बटोरीं।
राज कुमार सहोवालिया ने अपनी नई कृति "नाकारा सोच" को व्यंग्यात्मक शैली में दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पंजाब राज्य पेंशनर्स महासंघ के अध्यक्ष डॉ. एनके कलसी, अमरीक सिंह सेठी, सुरिंदर कुमार वर्मा, हरनूर सिंह काहलों, दिलप्रीत सिंह काहलों, रूपिंदर पाल सिंह, सुखवीर सिंह मोहाली, वीना अरोड़ा, कशिश सिंगला और सुरजीत सिंह धीर और अन्य ने खर्च किया। बहुत समय। उपस्थिति ने कार्यक्रम की सुंदरता बढ़ा दी। अध्यक्षता डॉ. शिंदरपाल सिंह ने करते हुए इसे एक मानक एवं मार्गदर्शन कार्यक्रम बताया। मंच के अध्यक्ष भगत राम रंगारा ने सभी साहित्यकारों एवं प्रेमियों का हृदय से धन्यवाद किया। चाय, पानी और दोपहर के भोजन की भी अच्छी व्यवस्था थी। इस तरह कार्यक्रम ने अपनी एक विशिष्ट पहचान बना ली। इस कार्यक्रम का मंच संचालन राज कुमार सहोवालिया ने बखूबी किया।