
गढ़शंकर के कर्मचारी, मजदूर व जन संगठन 9 जुलाई की हड़ताल में शामिल होंगे
गढ़शंकर- 9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर पंजाब अधीनस्थ सेवाएं महासंघ, पेंशनर एसोसिएशन, जेपीएमओ ब्लॉक गढ़शंकर की अहम बैठक शाम को कामरेड दर्शन सिंह कैनेडियन भवन गढ़शंकर में सुंदर कपूर, कुलभूषण कुमार, बलवंत राम व लेक्चरर सरूप चंद की अध्यक्षता में हुई। बैठक में महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सतीश राणा जी विशेष रूप से शामिल हुए।
गढ़शंकर- 9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर पंजाब अधीनस्थ सेवाएं महासंघ, पेंशनर एसोसिएशन, जेपीएमओ ब्लॉक गढ़शंकर की अहम बैठक शाम को कामरेड दर्शन सिंह कैनेडियन भवन गढ़शंकर में सुंदर कपूर, कुलभूषण कुमार, बलवंत राम व लेक्चरर सरूप चंद की अध्यक्षता में हुई। बैठक में महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सतीश राणा जी विशेष रूप से शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश नेता सतीश राणा व जेपीएमओ नेता रामजी दास चौहान ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण पूरे देश में महंगाई, बेरोजगारी व गरीबी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आम आदमी का जीवन दिन-प्रतिदिन दूभर होता जा रहा है। धार्मिक कट्टरता, अल्पसंख्यकों व दलितों के खिलाफ भेदभावपूर्ण नीतियां, शिक्षा नीति व संवैधानिक संस्थाओं का भगवाकरण, सच बोलने वालों को चुप कराना, संविधान से छेड़छाड़ कर देश में नफरत का माहौल पैदा किया जा रहा है, जिसे देश की अमनपसंद जनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
कर्मचारी नेता अमरीक सिंह, विनोद कुमार, जसविंदर कौर, पवन कुमार, नरेश बग्गा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की तरह पंजाब सरकार भी कर्मचारियों, पेंशनरों, मजदूरों, किसानों व मेहनतकश लोगों का आर्थिक शोषण कर रही है। पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को रेगुलर करना, डीए-पे कमीशन का बकाया, 37 कट भत्तों की बहाली व अन्य जायज मांगों का समाधान नहीं किया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि जनविरोधी फैसले लेने वाली सरकारें लोगों के संघर्ष के सामने ज्यादा दिन तक टिक नहीं सकती।
नेताओं ने केंद्र व राज्य सरकारों को फटकार लगाते हुए कहा कि कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों, पेंशनरों व आम लोगों की मांगों को तुरंत माना जाना चाहिए। नेताओं ने कहा कि देशव्यापी हड़ताल को भागीदारी बढ़ाकर सफल बनाया जाएगा। इस मौके पर जगदीश पखोवाल, गुरनाम हाजीपुर, जोगिंदर सिंह, गोपाल दास मनहोत्रा, जसविंदर कौर, शिंगारा राम भज्जल, भालभद्र सिंह, सुरजीत हाजीपुर, रावन सिंह, कुलविंदर साहनी मौजूद थे।
