बच्चों की वैज्ञानिक सोच बढ़ाने में सहायक है बाल विज्ञान कांग्रेस - कोमल मित्तल

होशियारपुर - डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों की वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाने में मदद करती है। वह आज रयात बाहरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट होशियारपुर में चल रही 31वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के दूसरे दिन बच्चों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बच्चों के प्रोजेक्ट देखकर उनका हौसला बढ़ाया।

होशियारपुर - डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों की वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाने में मदद करती है। वह आज रयात बाहरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट होशियारपुर में चल रही 31वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के दूसरे दिन बच्चों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बच्चों के प्रोजेक्ट देखकर उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर उनके साथ सहायक आयुक्त (शिकायतें) दिव्या पी, जिला विकास फेलो जोया सिद्दीकी, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. गुरिंदरजीत कौर, डॉ. केएस बाठ संयुक्त निदेशक पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी, डॉ. मंदाकनी ठाकुर प्रोजेक्ट साइंटिस्ट पंजाब मौजूद थे। राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद्, प्रौद्योगिकी, परिसर निदेशक डॉ. चन्द्र मोहन भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
उपायुक्त ने कहा कि बच्चे जो प्रोजेक्ट लेकर आये हैं, उससे पता चलता है कि उन्होंने अपने मार्गदर्शक शिक्षक के साथ मिलकर कई दिनों तक कड़ी मेहनत की है. उन्होंने बच्चों से कहा कि वे आज की बाल कांग्रेस को जीवन में आगे बढ़ने के लिए अपना पहला कदम समझें और मेहनत का रास्ता कभी न छोड़ें क्योंकि मेहनत से ही मंजिल पाई जा सकती है।
कोमल मित्तल ने कहा कि पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए हमेशा आगे आती है। बच्चे शोध की दिशा में निरंतर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि बच्चे वैज्ञानिक तरीके से समाज को बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान ढूंढने में मदद करते हैं। इस मौके पर पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के संयुक्त निदेशक डॉ. केएस बाठ ने कहा कि दूसरे दिन 12 जिलों के बच्चों ने अपने प्रोजेक्ट पेश किए। प्रत्येक जिले की सीनियर एवं जूनियर वर्ग में टीमों ने प्रतिभाग किया है। उन्होंने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है और बच्चे हर चीज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर परखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रगति में उनके माता-पिता के साथ-साथ शिक्षक भी पूरा सहयोग कर रहे हैं. इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. गुरिंदरजीत कौर ने सभी जिलों से आए बच्चों की सराहना की और कहा कि राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भाग लेना उनकी क्षमता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे में कोई न कोई विशेष गुण होता है और ऐसे कार्यक्रम उसे निखारने में सहायक होते हैं। इस अवसर पर उप जिला शिक्षा अधिकारी धीरज वशिष्ट और सुखविंदर सिंह, जिला समन्वयक अशोक कालिया, डॉ. ज्योत्सना, राजिंदर मादी, डॉ. गौरव पराशर, संदीप कुमार सूद, राजीव कुमार, नीरज कंवर, हरिंदर सिंह, रयात से डॉ. कुलदीप वालिया मौजूद थे।