
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए महत्वपूर्ण बैठक आयोजित
होशियारपुर- सीमा पर तनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन ने भारत सरकार व पंजाब के निर्देशानुसार नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए आज डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन की अध्यक्षता में जिला प्रशासनिक परिसर में पुलिस व नागरिक प्रशासन के अधिकारियों तथा नागरिक सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक की।
होशियारपुर- सीमा पर तनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन ने भारत सरकार व पंजाब के निर्देशानुसार नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए आज डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन की अध्यक्षता में जिला प्रशासनिक परिसर में पुलिस व नागरिक प्रशासन के अधिकारियों तथा नागरिक सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक की।
एसएसपी संदीप कुमार मलिक की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में जहां जिले में ब्लैकआउट व मॉक ड्रिल पर चर्चा की गई, वहीं आपातकालीन स्थिति में की जाने वाली तैयारियों पर भी चर्चा की गई। डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने कहा कि गृह मंत्रालय व अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा व होमगार्ड महानिदेशालय के निर्देशों के मद्देनजर आगामी दिनों में मॉक ड्रिल करवाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इन अभ्यासों की योजना पहले से बनाई जाती है, इसलिए डरने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि इस दौरान सभी आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी और अभ्यास के दौरान नागरिकों की सहायता के लिए जिला प्रशासन की मशीनरी पूरी तरह से चालू रहेगी। उपायुक्त ने कहा कि इसका उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों को नियंत्रित करना तथा ऐसी स्थितियों का सुरक्षित तरीके से अनुकरण करना है ताकि वास्तविक संकट में नागरिक तथा प्रशासन दोनों ही प्रभावी तरीके से निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहें।
इसलिए किसी भी प्रकार की अफवाह नहीं फैलाई जानी चाहिए तथा न ही सोशल मीडिया या किसी अन्य रूप में किसी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला प्रशासन ने 24 घंटे संचालित होने वाला जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसका नंबर 01882-220412 है। उन्होंने कहा कि जिलावासी किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई अन्य जानकारी उपलब्ध होगी तो जिला प्रशासन उसे लोगों के साथ साझा करेगा।
उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान जनता को सचेत करने के लिए उपयोग किए जाने वाले एयर रेड सायरन का परीक्षण किया जा रहा है तथा उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसी प्रकार, युद्ध जैसी स्थिति का अनुकरण करने के लिए क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास किया जा रहा है। इस दौरान अग्निशमन यंत्रों का परीक्षण, बंकरों, भवनों तथा अन्य सीमित व खतरनाक स्थानों में फंसे घायलों व घायलों को प्रभावित क्षेत्र से निकालना, अस्थायी अस्पताल स्थापित करना तथा अन्य आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
नागरिक और पुलिस अधिकारियों तथा भारतीय वायु सेना के बीच हॉटलाइन और रेडियो संचार लिंक का मूल्यांकन, निकासी का अनुकरण, लॉकडाउन और अग्निशमन तथा प्राथमिक उपचार सहित आपातकालीन प्रतिक्रियाएँ, नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण केंद्रों की कार्यप्रणाली का परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे इस अभ्यास के लिए घेरे गए प्रतिबंधित क्षेत्रों से दूर रहें। शांत रहें और सायरन बजने या लाइटें बुझने पर घबराएँ नहीं।
