
संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है योग - डॉ. अमरप्रीत कौर ढिल्लों
नवांशहर - डॉ. आसा नंद आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नवांशहर में भारत सरकार के आयुर्वेदिक एवं यूनानी निदेशक डॉ. रवि डुमरा के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. सरबजीत कौर के कुशल मार्गदर्शन में एक व्याख्यान दिया गया। आयुर्वेद हर दिन - हर घर में आज का आयोजन किया गया,
नवांशहर - डॉ. आसा नंद आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नवांशहर में भारत सरकार के आयुर्वेदिक एवं यूनानी निदेशक डॉ. रवि डुमरा के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. सरबजीत कौर के कुशल मार्गदर्शन में एक व्याख्यान दिया गया। आयुर्वेद हर दिन - हर घर में आज का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को स्वस्थ रहने की आयुर्वेदिक प्रणाली, उपचार चिकित्सा, संतुलित आहार, योग और ध्यान आदि के बारे में जागरूक किया गया।
इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमरप्रीत कौर ढिल्लों ने विद्यार्थियों के लिए योग ब्रेक सत्र का भी आयोजन किया। योगा ब्रेक एक प्रोटोकॉल है जिसे लोगों को तनाव कम करने, तरोताजा करने और दोबारा ध्यान केंद्रित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें एक कुर्सी पर बैठना और कुछ हल्के व्यायाम करना शामिल है जिन्हें काम से कुछ मिनट का ब्रेक लेने के बाद किया जा सकता है। इस दौरान चिकित्सा विज्ञान से संबंधित जड़ी-बूटियों एवं पौधों के चिकित्सा विज्ञान से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों/बिंदुओं पर भी प्रकाश डाला गया।
डॉ. अमरप्रीत कौर ढिल्लों ने पूरे स्कूल स्टाफ और विद्यार्थियों को सामान्य योग प्रोटोकॉल के अनुसार 45 मिनट तक योग आसन और क्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और स्वास्थ्य पर योग के अच्छे प्रभावों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि योग संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। उन्होंने बच्चों को तनावमुक्त एवं रोगमुक्त जीवन जीने के लिए प्रतिदिन योग करने की आदत अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डाॅ. छात्रों को संबोधित करते हुए अमरप्रीत कौर ढिल्लों ने कहा कि हर दिन, हर घर आयुर्वेद थीम के तहत चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य बच्चों में आयुर्वेदिक चिकित्सा के लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना है। स्कूल निदेशक अचला भल्ला ने कहा कि समाज को स्वस्थ बनाने के लिए आयुर्वेदिक पद्धतियों को बढ़ावा देने और इस प्राचीन भारतीय पद्धति को घर-घर पहुंचाने के लिए जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग कड़ी मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद जहां रोगों के उपचार की प्रभावी पद्धति है, वहीं यह पद्धति हमें प्रकृति से भी जोड़ती है। आयुर्वेदिक चिकित्सा ग्रंथों के अनुसार, यह एक चिकित्सा प्रणाली है जो जीवन जीने का सही तरीका सिखाती है, जिससे लंबा, स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीया जा सकता है। यह चिकित्सा पद्धति न केवल बीमारी का तुरंत इलाज करती है बल्कि शरीर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ बनाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का भी प्रयास करती है। इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा प्रिंसिपल अमित सभरवाल समेत स्कूल स्टाफ मौजूद रहा।
