"विश्व ओरल हेल्थ दिवस" के अवसर पर विभाग ने दंत चिकित्सा पर विशेष प्रदर्शनी लगाई

होशियारपुर- सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के आदेशानुसार तथा डीडीएचओ डॉ. मोनिंदर कौर और सीनियर मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज सीएचसी हारटा बडला डॉ. मनप्रीत सिंह बैंस के नेतृत्व में श्रीमती उर्मिला देवी आयुर्वेदिक कॉलेज होशियारपुर में "विश्व ओरल हेल्थ दिवस" मनाया गया। इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती डॉ. मृदु शर्मा और बच्चों के सहयोग से जागरूकता रैली भी निकाली गई।

होशियारपुर- सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के आदेशानुसार तथा डीडीएचओ डॉ. मोनिंदर कौर और सीनियर मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज सीएचसी हारटा बडला डॉ. मनप्रीत सिंह बैंस के नेतृत्व में श्रीमती उर्मिला देवी आयुर्वेदिक कॉलेज होशियारपुर में "विश्व ओरल हेल्थ दिवस" मनाया गया। इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती डॉ. मृदु शर्मा और बच्चों के सहयोग से जागरूकता रैली भी निकाली गई।
 डीडीएचओ डॉ. मोनिंदर कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष के विश्व ओरल हेल्थ दिवस की थीम "हैप्पी माउथ, हैप्पी माइंड" का उद्देश्य लोगों को ज्ञान, उपकरण और आत्मविश्वास से सशक्त बनाना है, ताकि वे अच्छे ओरल हेल्थ को बनाए रख सकें। उन्होंने कहा कि दांतों का स्वास्थ्य शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि दांतों से बोले गए शब्द सही तरीके से उच्चारित होते हैं और व्यक्ति सुंदर भी दिखता है। भोजन को सही तरीके से चबाने और पचाने के लिए स्वस्थ दांत बहुत जरूरी हैं। 
इसी प्रकार मसूड़ों को भी स्वस्थ और रोग मुक्त रखना जरूरी है ताकि मसूड़े जीवन भर दांतों को अच्छी तरह से थामे रख सकें। उन्होंने कहा कि दांतों में फंसा खाना दांतों में सूजन पैदा करता है, जिस कारण ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आने लगता है। उन्होंने कहा कि दांतों पर जमी सख्त पीली पट्टिका को अगर साफ न किया जाए तो यह दांतों और मसूड़ों की बीमारी का मुख्य कारण बन जाती है। 
इसलिए हमें दांतों की सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी (डेंटल) सीएचसी हारटा बडला डॉ. संदीप दमाना द्वारा दांतों की देखभाल पर एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई। जिसके माध्यम से बच्चों को दांतों की देखभाल के बारे में जागरूक किया गया। 
उन्होंने कहा कि दांतों की बीमारियों से बचने और दांतों को मजबूत बनाने के लिए बच्चों को नियमित रूप से ब्रश करने के लिए प्रेरित करना बहुत जरूरी है। रात को सोने से पहले और सुबह खाने के बाद नियमित रूप से ब्रश करना चाहिए, जिससे दांतों पर पट्टिका जमने से रोकने में मदद मिलती है। उन्होंने बच्चों को ब्रश से दांत साफ करने की सही विधि, ब्रश का प्रयोग कैसे करें आदि के बारे में बताया। 
उन्होंने कहा कि दांतों की सही सफाई के लिए हर तीन माह में ब्रश बदलना जरूरी है तथा हर छह माह के अंतराल पर अपने दंत चिकित्सक से दांतों की जांच अवश्य करवाएं। यदि फिर भी दांतों में कोई समस्या है तो दंत विशेषज्ञ से ही दांतों की जांच करवाएं।