पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को 10 से 12 दिसंबर तक पोलियो रोधी खुराक पिलायी जायेगी-सिविल सर्जन

पटियाला, 7 दिसंबर - डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार चलाए जा रहे पल्स पोलियो राउंड के संबंध में जिला स्वास्थ्य विभाग प्रशिक्षण अनुबंध कार्यालय द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अभियान की सफलता के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। 10 से 12 दिसंबर तक सिविल सर्जन में जिला स्तरीय पोलियो कार्यशाला का आयोजन किया गया,

पटियाला, 7 दिसंबर - डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार चलाए जा रहे पल्स पोलियो राउंड के संबंध में जिला स्वास्थ्य विभाग प्रशिक्षण अनुबंध कार्यालय द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अभियान की सफलता के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। 10 से 12 दिसंबर तक सिविल सर्जन में जिला स्तरीय पोलियो कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यालय निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पंजाब से विश्व स्वास्थ्य संगठन के निगरानी चिकित्सा अधिकारी डॉ. विक्रम गुप्ता ने भाग लिया। कार्यशाला के दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार उप राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर 10 से 12 दिसंबर तक पंजाब के 12 जिलों में पोलियो राउंड के दौरान 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हालांकि नवंबर 2011 के बाद से भारत में पोलियो का कोई मामला सामने नहीं आया है और भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन से पोलियो मुक्त प्रमाणपत्र भी मिल चुका है, लेकिन भारत के आसपास के देशों, जैसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अभी भी पोलियो के मामले हैं। खोज के अनुसार, पोलियो वायरस के भारत में आने का खतरा है, जिसके कारण एहतियात के तौर पर भारत में पोलियो के राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय दौर आयोजित किए जाते हैं।
             सिविल सर्जन पटियाला डॉ. रमिंदर कौर ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 10 दिसंबर को पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए बूथ लगाए जाएं और जो बच्चे किसी भी कारण से 10 दिसंबर को पोलियो की दवा पीने से वंचित रह गए हैं। 11 एवं 12 दिसंबर को घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाई जाए। उन्होंने कहा कि राउंड के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि पांच वर्ष तक का कोई भी बच्चा पोलियो ड्रॉप पीने से वंचित न रहे तथा उच्च जोखिम वाले क्षेत्र जैसे (सल्लम बस्तियां, झुग्गी-झोपड़ी, भट्टियां, निर्माण पक्ष) आदि पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए और अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न विभागों, सामाजिक सेवा संगठनों, धार्मिक संगठनों, आशा कार्यकर्ताओं, गांवों के पंच-सरपंचों से अधिकतम समर्थन लिया जाना चाहिए। इस कार्यशाला में जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. गुरप्रीत कौर, जिला मास मीडिया अधिकारी कृष्ण कुमार और अन्य डॉक्टर और अधिकारी उपस्थित थे।