
ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह जी एवं संत जगदेव सिंह मोनी जी की पावन स्मृतियों को समर्पित विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया।
माहिलपुर, (20 नवंबर) ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह महाराज जी की 24वीं बरसी, संत बाबा सतनाम जी की बरसी और संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी की 14वीं पावन एवं हार्दिक स्मृति के संबंध में आज निर्मल कुटिया टूटोमजारा में देश के और विदेश के भक्तों के सहयोग से।
*गुरमत समारोह आज*
माहिलपुर, (20 नवंबर) ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह महाराज जी की 24वीं बरसी, संत बाबा सतनाम जी की बरसी और संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी की 14वीं पावन एवं हार्दिक स्मृति के संबंध में आज निर्मल कुटिया टूटोमजारा में देश के और विदेश के भक्तों के सहयोग से। मुख्य सेवादार संत बाबा मक्खन सिंह जी और उनके सहायक संत बाबा बलबीर सिंह जी शास्त्री की देखरेख में एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। यह नगर कीर्तन निर्मल कुटिया से अरदास के बाद शुरू हुआ। सर्वशक्तिमान ईश्वर से कार्यक्रम की सफलता की कामना की गई और सभी की भलाई। श्री गुरु ग्रंथ साहिब महाराज जी के मार्गदर्शन, पांच प्यारों के नेतृत्व और रागी सिंहों द्वारा गुरवाणी के गायन के तहत, यह नगर कीर्तन अड्डा टूटोमजारा से मंदिर श्री माई वली तक निकला। पहुंचे इस तीर्थस्थल पर नगर कीर्तन का पूर्व सरपंच, श्री माई वाली प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जगतार सिंह, कमेटी के सभी सदस्यों की उपस्थिति में जोरदार स्वागत किया गया। उसके बाद यह नगर कीर्तन प्राचीन राम मंदिर से होते हुए गुरुद्वारा बाबा अगर सिंह पहुंचा। गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार संत बाबा नागर सिंह ने नगर कीर्तन का स्वागत किया। गुरुमुख दास जी के पवित्र स्थान पर पहुंचे। संत बाबा करतार दास ने हर साल की तरह इस साल भी इस स्थान पर नगर कीर्तन का पूरा स्वागत किया। गतका पार्टियों ने दिखाया आकर्षण गतका का। इस नगर कीर्तन में विशेष रूप से ऋषिकेश, बृंदावन, हरिद्वार से संत मंडलियां मौजूद रहीं। संत बाबा मक्खन सिंह जी ने सतिनाम वाहेगुरु का जाप कर माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। इस अवसर पर विशेष रूप से बातचीत करते हुए संत बाबा मक्खन सिंह और संत बाबा बलवीर सिंह संयुक्त रूप से बताया कि महान गुरमति कार्यक्रम 21 नवंबर मंगलवार को होगा। जी, संत बाबा सतनाम जी एवं संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी दूर-दूर से पधार रहे संत महापुरुष के परोपकारी कार्यों की जानकारी देंगे। संत करतार दास जी, सुनील कुमार श्रीधर, पूर्व सरपंच परषोतम सिंह,
मोहन सिंह संघा कनाडा, पवितर सिंह इंग्लैंड, काका हरपोल सिंह इंग्लैंड, सरदार सोहन सिंह इंग्लैंड, सरदार बलविंदर सिंह सोढ़ी अमेरिका, मक्खन सिंह टूटोमजारा, दलबीर सिंह टूटोमजारा, जगतार सिंह मुग्गोवाल, जैलदार हरभजन सिंह, जसतिंदर सिंह, हरजीत सिंह संधवां सहित आसपास के गांव .बड़ी संख्या में गुरुभक्त उपस्थित थे
