राजनाथ सिंह कल जकार्ता में 10वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस में भाग लेंगे।

जैतो, 15 नवंबर (पैग़ाम-ए-जगत) रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 16 से 17 नवंबर तक 10वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (14-) में भाग लेंगे।

जैतो, 15 नवंबर (पैग़ाम-ए-जगत) रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 16 से 17 नवंबर तक 10वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (14-) में भाग लेंगे। रक्षा मंत्री नवंबर 2023 तक इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे, जहां वह 16 नवंबर से शुरू होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर एक मंच को संबोधित करेंगे। इंडोनेशिया 14- का अध्यक्ष है और इस वर्ष बैठक की मेजबानी कर रहा है।
10वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस के अलावा, राजनाथ सिंह भाग लेने वाले देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। वे परस्पर लाभकारी संबंधों को और मजबूत करने के लिए रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। एडीएमएम आसियान देशों के हित में सर्वोच्च रक्षा परामर्श और सहयोग तंत्र है। 14- आसियान सदस्य देशों (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) के लिए एक महत्वपूर्ण संवाद मंच के रूप में कार्य करता है। इसके 8 संवाद भागीदार देशों (भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) के बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर भी चर्चा की जाएगी।
भारत 1992 में 151 संवाद भागीदार देशों में से एक बन गया और 14वें का उद्घाटन सत्र 12 अक्टूबर 2010 को हनोई, वियतनाम में आयोजित किया गया था। आसियान और प्लस देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एडीएमएम-प्लस मंत्री 2017 से सालाना बैठक कर रहे हैं। 14 से अधिक सदस्य 7 विशेषज्ञ कार्य समूहों (57) अर्थात् समुद्री सुरक्षा, सैन्य चिकित्सा, साइबर सुरक्षा, शांति स्थापना अभियान, आतंकवाद विरोधी प्रयास, विध्वंस अभियान और मानवीय सहायता और आपदा राहत (814) के माध्यम से सदस्य देशों के साथ काम करते हैं। 2024-27 चक्र के लिए सह-अध्यक्षों के अगले बैच की भी 10वीं 14-प्लस के दौरान घोषणा की जाएगी। भारत 2021-24 के वर्तमान चक्र में इंडोनेशिया के साथ 814 पर 57 सह-अध्यक्षता करेगा।