
*ऊना कॉलेज में सृजन-विचार से विस्तार तक कार्यक्रम आयोजित*
ऊना, 20 जून- युवाओं में उद्यमिता एवं नवाचार को प्रोत्साहन देने के मकसद से राजकीय महाविद्यालय ऊना में शुक्रवार को ' सृजन - विचार से विस्तार तक' थीम के साथ विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर फाउंडेशन, आईआईटी रोपड़ एवं स्थानीय स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से आयोजित किया गया था।
ऊना, 20 जून- युवाओं में उद्यमिता एवं नवाचार को प्रोत्साहन देने के मकसद से राजकीय महाविद्यालय ऊना में शुक्रवार को ' सृजन - विचार से विस्तार तक' थीम के साथ विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर फाउंडेशन, आईआईटी रोपड़ एवं स्थानीय स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से आयोजित किया गया था।
इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करना तथा नवाचार को बढ़ावा देने हेतु उपयुक्त मंच प्रदान करना रहा।
कार्यक्रम में उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान उपायुक्त ने प्रतिभागियों को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं और स्थानीय समुदाय को उद्यमशील मानसिकता विकसित करने, नवाचार को व्यवहार में लाने, और आत्मनिर्भरता एवं सतत आर्थिक विकास की दिशा में सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि ग्रामीण व शहरी युवाओं को आधुनिक तकनीकों, स्टार्टअप कल्चर और व्यावसायिक कौशलों से जोड़ा जाए ताकि वे स्वयं के व्यवसाय शुरू कर सकें और दूसरों को भी रोजगार दे सकें।
इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की पप्रिंसिपल डॉ. मीता शर्मा ने सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए नवाचार, स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की वर्तमान समय में आवश्यकता पर बल दिया।
ट्रिपल आईटी ऊना से डॉ. मृत्युंजय सिंह एवं दिव्यांश ठाकुर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका पर जमीनी स्तर का तकनीकी दृष्टिकोण साझा किया।
इसके साथ ही कार्यक्रम में बीडीओ के.एल. वर्मा बीडीओ ने स्वयं सहायता समूहों की व्यावहारिक यात्रा और उनकी चुनौतियों को साझा किया।
वहीं, टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर फाउंडेशन (आईआईटी रोपड़) के सीईओ सत्यम शर्मा ने ग्रामीण विकास में तकनीक और नवाचार की भूमिका पर अपने विचार रखते हुए बताया कि किस प्रकार तकनीकी समाधान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
कार्यक्रम में आयोजित स्टार्टअप पिचिंग सत्र के दौरान ऊना, हरोली, गगरेट व बंगाणा ब्लॉक्स से आई महिला उद्यमियों ने अपने नवाचार पर व्यावसायिक विचार प्रस्तुत किए। इसके साथ ही इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप सेल के छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इस अवसर पर उप प्राचार्य पुनीत कँवर, एम्सीए विभाग की समन्वयक शशि कँवर, बीसीए विभाग के समन्वयक मदन लाल, इवेंट कोऑर्डिनेटर रश पाल, फैकल्टी मेंबर्स सहित अन्य उपस्थित रहे।
