
सरकारी मेडिकल कॉलेज पटियाला में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की आम हड़ताल, समन्वय संघर्ष समिति का गठन, 15 अगस्त को झंडा मार्च का ऐलान
पटियाला 18/7/25 को सरकारी मेडिकल कॉलेज पटियाला में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और लैब अटेंडेंट (एलए) की आम हड़ताल हुई। इसमें कर्मचारियों के प्रमुख नेताओं, सुब्बा अध्यक्ष साथी दर्शन सिंह लुबाना जी, जगमोहन सिंह नो लाखा जी, राम लाल रामा जी, राजेश कुमार गोलू, देस राज, महेंद्र सिंह सिद्धू आदि ने भाग लिया।
पटियाला 18/7/25 को सरकारी मेडिकल कॉलेज पटियाला में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और लैब अटेंडेंट (एलए) की आम हड़ताल हुई। इसमें कर्मचारियों के प्रमुख नेताओं, सुब्बा अध्यक्ष साथी दर्शन सिंह लुबाना जी, जगमोहन सिंह नो लाखा जी, राम लाल रामा जी, राजेश कुमार गोलू, देस राज, महेंद्र सिंह सिद्धू आदि ने भाग लिया।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज पटियाला के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अध्यक्ष साथी परमिंदर कंबोज और उनकी टीम, जिसमें राजिंदर भोला, बलग राम, अनिल कुमार, कमलजीत कौर, विजय भटनागर, भरभूर सिंह, कमल कांत आदि शामिल थे, को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज, राजिन्द्रा अस्पताल, टीबी अस्पताल, आयुर्वेदिक कॉलेज, डेंटल अस्पताल की एक 'समन्वय संघर्ष समिति' का गठन किया गया जो अनुसंधान एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की मांगों और समस्याओं को लेकर प्रयास करेगी।
इसमें संयोजक अध्यक्ष राजेश कुमार गोलू राजिन्द्रा अस्पताल पटियाला, संयोजक अध्यक्ष विक्रम सिंह अटवाल मेडिकल कॉलेज पटियाला, अध्यक्ष लखवीर सिंह आयुर्वेदिक अस्पताल पटियाला, मुख्य सलाहकार अध्यक्ष परमिंदर कंबोज मेडिकल कॉलेज पटियाला, सह-संयोजक प्रदीप कुमार डेंटल अस्पताल पटियाला, सह-संयोजक एशली गिल टीबी अस्पताल पटियाला, महासचिव देस राज राज राजिन्द्रा अस्पताल पटियाला, कोषाध्यक्ष महिंदर सिंह सिद्धू राजिन्द्रा अस्पताल पटियाला को शामिल किया गया।
इसी प्रकार लैबोरेटरी अटेंडेंट कर्मचारियों की एक समिति बनाई गई जिसमें अध्यक्ष विक्रम सिंह अटवाल, उपाध्यक्ष गुरजिंदर सिंह, महासचिव रोहित चौहान, कोषाध्यक्ष रमनदीप कौर, प्रेस सचिव अक्षय कुमार, चेयरमैन संजीव कुमार आदि शामिल किए गए।
इस अवसर पर सूबा अध्यक्ष साथी दर्शन सिंह लुबाणा जी ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे 15/08/25 को झंडा मार्च में शामिल होकर प्रशासन को मांग पत्र सौंपे, ताकि कच्चा माल भत्ता नियमित करने, 2004 पेंशन की बहाली, तथा महंगाई भत्ता और वेतन आयोग का बकाया आदि मांगों को लेकर जोरदार ढंग से दबाव बनाया जा सके।
