
अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में 100 बिस्तरों वाले भवन का निर्माण कार्य शुरू - अनिल विज
चंडीगढ़, 18 जुलाई - हरियाणा के ऊर्जा मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में 100 बिस्तरों वाले भवन का निर्माण कार्य पुनः शुरू हो गया है। यह भवन अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित होगा जो क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) की तर्ज पर बनाया जाएगा और गरीबों को यहाँ सर्वोत्तम उपचार मिलेगा।
चंडीगढ़, 18 जुलाई - हरियाणा के ऊर्जा मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में 100 बिस्तरों वाले भवन का निर्माण कार्य पुनः शुरू हो गया है। यह भवन अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित होगा जो क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) की तर्ज पर बनाया जाएगा और गरीबों को यहाँ सर्वोत्तम उपचार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस 100 बिस्तरों वाले भवन के निर्माण से अंबाला कैंट सिविल अस्पताल की क्षमता 200 बिस्तरों की हो जाएगी। इसके अलावा, इस नए भवन का डिज़ाइन इस तरह से तैयार किया गया है कि सामान्य मरीजों को संक्रमण का खतरा न उठाना पड़े।
श्री विज ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय में एक मामले के कारण पहले भवन का निर्माण कार्य रुक गया था, जिसके बाद अब आर्बिट्रेशन में जाने के बाद निर्माण कार्य के लिए पुनः निविदाएँ जारी की गई हैं। अब भवन का शेष निर्माण कार्य 14.79 करोड़ रुपये की लागत से जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में सिविल अस्पताल में केवल 100 बिस्तरों की क्षमता है, लेकिन लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या के कारण अस्पताल में बिस्तरों की कमी हो रही थी, इसलिए नए भवन का निर्माण कराया जा रहा है।
सात मंजिला नए भवन में मिलेंगी ये सुविधाएं
दो बेसमेंट फ्लोर- नए भवन में कुल सात मंजिलें होंगी, जिनमें से दो बेसमेंट फ्लोर होंगे, जिनमें एक मंजिल पर वाहनों के लिए पार्किंग होगी, जबकि दूसरी मंजिल पर एसी प्लांट और गैस प्लांट लगाया जाएगा।
भूतल- भूतल पर पंजीकरण-सह-स्वागत केंद्र होगा, आपातकालीन सेवा उपलब्ध होगी, शौचालय और अन्य सुविधाएं होंगी।
प्रथम तल- प्रथम तल पर आपातकालीन वार्ड होंगे, जिसमें 28 बिस्तर होंगे।
द्वितीय तल- द्वितीय तल पर संक्रामक आईसीयू।
तृतीय तल- तृतीय तल पर संक्रामक ओटी, सुपर स्पेशलिस्ट ओटी और वार्ड होंगे।
चौथी मंजिल- चौथी मंजिल पर संक्रामक ओटी, संक्रामक ओटी, सुपर स्पेशलिस्ट ओटी और वार्ड होंगे और क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) जीवन रक्षक साबित होगी।
गौरतलब है कि 100 बिस्तरों वाले इस भवन को क्रिटिकल केयर यूनिट के रूप में तैयार किया जा रहा है, जहाँ गंभीर या आपातकालीन स्थितियों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। क्रिटिकल केयर में मरीज की स्थिति की निरंतर निगरानी के लिए आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था, आवश्यक दवाओं की व्यवस्था और मरीज की स्थिति के आधार पर चिकित्सीय निर्णय लेना शामिल है।
क्रिटिकल केयर यूनिट में हृदय गति, रक्तचाप और अन्य महत्वपूर्ण शारीरिक संकेतों पर कड़ी नज़र रखी जाती है। इससे डॉक्टर किसी भी असामान्य लक्षण की तुरंत पहचान कर उसका तुरंत इलाज कर सकते हैं। सीसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट, दवाओं का उपयोग, आपातकालीन प्रक्रिया, पोस्ट-केयर और रिकवरी जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। सीसीयू में कोरोना और अन्य बीमारियों के लिए अलग से चिकित्सा सुविधाएँ भी हैं और इनमें अलग वार्ड भी होंगे।
