
बेअदबी विधेयक में रविदासिया समाज और वाल्मीकि समाज के धर्मग्रंथों की अनदेखी करके पंजाब दलित विरोधी है। सरकार की असली तस्वीर दुनिया के सामने आ गई है : सोम प्रकाश
फगवाड़ा /हुशियारपुर- भारतीय जनता पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने पंजाब सरकार के धार्मिक स्थलों और धार्मिक ग्रंथों को बेअदबी विधेयक और रविदासिया समाज व वाल्मीकि समाज के धर्मग्रंथों की अनदेखी के विरोध में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सोम प्रकाश ने कहा कि पंजाब सरकार ने पवित्र धर्मग्रंथ अपराध निवारण अधिनियम 2025 लागू किया है। श्री गुरु रविदास जी की प्रतिमा और पवित्र ग्रंथ अमृतबाणी, भगवान वाल्मीकि जी की प्रतिमा, संत कबीर जी की प्रतिमा और संत नाभा दास की प्रतिमा, जो दलित हैं, के अपमान पर कोई दंड का प्रावधान नहीं किया गया। पंजाब में विपक्षी आप सरकार का असली रूप जगजाहिर है।
फगवाड़ा/हुशियारपुर- भारतीय जनता पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने पंजाब सरकार के धार्मिक स्थलों और धार्मिक ग्रंथों को बेअदबी विधेयक और रविदासिया समाज व वाल्मीकि समाज के धर्मग्रंथों की अनदेखी के विरोध में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
सोम प्रकाश ने कहा कि पंजाब सरकार ने पवित्र धर्मग्रंथ अपराध निवारण अधिनियम 2025 लागू किया है। श्री गुरु रविदास जी की प्रतिमा और पवित्र ग्रंथ अमृतबाणी, भगवान वाल्मीकि जी की प्रतिमा, संत कबीर जी की प्रतिमा और संत नाभा दास की प्रतिमा, जो दलित हैं, के अपमान पर कोई दंड का प्रावधान नहीं किया गया। पंजाब में विपक्षी आप सरकार का असली रूप जगजाहिर है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के सभी सांसद, विधायक और आप नेता दलित विरोधी हैं और दलित समुदाय से नफरत करते हैं। उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि सरकार में वाल्मीकि समाज, रविदासिया समाज, कबीर समाज और महाशा समुदाय से संबंधित एक विधायक और मंत्री भी हैं, इस संबंध में उनकी कोई प्रतिक्रिया स्पष्ट नहीं की गई, जिसका सीधा सा मतलब है कि सत्ता के मोह में सभी अपनी जिम्मेदारियों को भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की दलित विरोधी मानसिकता मार्च 2022 में ही उजागर हो गई थी जब आम आदमी पार्टी ने दलितों से किए गए अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने से पहले अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के लगभग 31% दलित मतदाताओं के वोट हासिल करने के लिए काफी काम किया था। लेकिन सरकार बनने के साढ़े तीन साल बाद भी दलित समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की आप पार्टी ने झूठ बोलकर चुनाव लड़ा था कि सरकार एक विशेष एसआईटी सेल बनाएगी। जिसका काम पांच साल में दलितों पर हुए अत्याचारों और झूठे मामलों की जिम्मेदारी तय करना होगा। और कड़ी सजा की सिफारिश करेगी। लेकिन इस झूठी सरकार से एसआईटी के गठन की कोई उम्मीद नहीं है।
सोम प्रकाश ने अपने शब्दों में कहा कि अगर पंजाब की आप सरकार ने दलितों की भावनाओं को नहीं सुना और इस विधेयक को लागू नहीं किया तो भाजपा सड़कों पर उतरकर रोष प्रदर्शन करेगी और इसके लिए राज्य सरकार की दमनकारी नीति भी जिम्मेदार होगी। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष सुशील शर्मा, पूर्व विधायक शीतल अंगुराल, सरबजीत सिंह मक्कड़, पूर्व सीपीएस अविना चंद्रा, भाजपा जिला प्रधान अशोक सरीन हिक्की, राजेश कपूर, अमरजीत सिंह गोल्डी, जिला मीडिया प्रभारी तरुण कुमार, पूर्व जिला अध्यक्ष रमन पब्बी, मंडल अध्यक्ष जॉर्ज सागर, अनुज शारदा और मंडल अध्यक्ष नरेश कोटरानी भी मौजूद थे।
