
सरपंच सोमनाथ राणा ने गांव मजारी में बुजुर्गों के हाथों पौधारोपण की औपचारिक शुरुआत करवाई।
गढ़शंकर, 29 जून - ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए अधिक से अधिक छायादार पेड़ लगाना समय की बड़ी जरूरत बनता जा रहा है और हर व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए। यह शब्द पिछले 28 वर्षों से गांव मजारी की सेवा कर रहे सरपंच श्री सोमनाथ राणा ने पौधारोपण समारोह के अवसर पर व्यक्त किए।
गढ़शंकर, 29 जून - ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए अधिक से अधिक छायादार पेड़ लगाना समय की बड़ी जरूरत बनता जा रहा है और हर व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए। यह शब्द पिछले 28 वर्षों से गांव मजारी की सेवा कर रहे सरपंच श्री सोमनाथ राणा ने पौधारोपण समारोह के अवसर पर व्यक्त किए।
अपनी मातृभूमि, महिला सशक्तिकरण और हर काम में माताओं-बहनों की भागीदारी को समर्पित श्री राणा ने इस वर्ष बुजुर्ग श्रीमती संध्या देवी जी और श्रीमती शकुंतला देवी जी के हाथों पौधारोपण करवाकर पौधारोपण समारोह का आयोजन किया।
सरपंच श्री राणा ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखने, वायु की गुणवत्ता में सुधार लाने और पानी व मिट्टी के स्वास्थ्य की रक्षा करने में पेड़ों की अहम भूमिका होती है। नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण बहुत जरूरी है क्योंकि पेड़ ऑक्सीजन का स्रोत हैं, जो पृथ्वी पर मानव जीवन का आधार है।
गौरतलब है कि युवाओं की मेहनत के चलते पिछले वर्ष लगाए गए पौधे शत-प्रतिशत सफल रहे हैं, जिनमें सिद्ध श्री बाबा बालक नाथ जी मंदिर के पास लगी त्रिवेणी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। त्रिवेणी में पीपल, बरगद व नीम के पेड़ एक ही स्थान पर लगाए गए हैं। इसके अलावा जहां पंजाबी संस्कृति में त्रिवेणी का अपना अलग स्थान है, वहीं इन तीनों पेड़ों का मेल हवा को स्वच्छ रखने में भी बड़ी भूमिका निभाता है।
सरपंच श्री सोमनाथ राणा ने पौधारोपण अभियान में शामिल सभी युवाओं की भी सराहना की, जो पिछले 6 वर्षों से लगातार पौधे लगाने व उनकी देखभाल के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि आसपास के वातावरण को हरा-भरा रखने के लिए जहां हर वर्ष युवाओं द्वारा पौधारोपण अभियान चलाया जाता है, वहीं पौधों को बेसहारा पशुओं से बचाने के लिए बाड़ लगाकर सुरक्षा भी प्रदान की जाती है।
उन्होंने सभी कस्बावासियों से पौधे लगाने के इस नेक कार्य में सहयोग करने के साथ-साथ उनकी देखभाल करने पर भी जोर दिया, जो हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने गांव वासियों से विनम्र अपील की कि जेठ-हाड़ की गर्मी से राहत और ठंडी हवा की चाहत के लिए जहां अपने कूलरों में 2 बाल्टी पानी रखा जाता है, वहीं इन पौधों में गमला लगाने का भी ध्यान रखना चाहिए।
इस अवसर पर सरपंच सोमनाथ राणा के साथ सतविंदर राणा, राकेश राणा, नंबरदार सुभाष राणा, विद्यासागर, संजू राणा, रघुबिंदर राणा, दलजीत भट्टी, शुभ राणा, जस्सी राणा, प्रमोद राणा, शिव कुमार राणा, सतीश राणा (गब्बर), संदीप कुमार, बलजीत राणा, करण राणा, साहिल राणा, नितिन मान, गगन, प्रदीप राणा व अन्य स्वयंसेवी साथी भी मौजूद थे।
