
अंतर्राष्ट्रीय लेखक अनिल कुमार भारती को नेपाल में स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित
पटियाला, 16 जून 2025- भारतीय ज्ञान परंपरा पर पंजाबी सभा मास्को ने नेपाल के वाल्मीकि विद्यापीठ संस्कृत विश्वविद्यालय और चारु साहित्य प्रतिष्ठान के साथ मिलकर एक अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक सेमिनार और सम्मान समारोह नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित किया गया ।
पटियाला, 16 जून 2025- भारतीय ज्ञान परंपरा पर पंजाबी सभा मास्को ने नेपाल के वाल्मीकि विद्यापीठ संस्कृत विश्वविद्यालय और चारु साहित्य प्रतिष्ठान के साथ मिलकर एक अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक सेमिनार और सम्मान समारोह नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित किया गया ।
इसके उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि प्रो. घनेश्वर - नेपाल संस्कृत विश्विद्यालय के उपकुलपति और विश्व प्रसिद्ध लीवर चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। उपकुलपति महोदय ने अंतरराष्ट्रीय लेखक और शिक्षा शास्त्री अनिल कुमार भारती की त्रिभाषा और बहुभाषा तुलनात्मक ज्ञान विकास पद्धतियों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए इसे भाषाई समरूपता के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी खोज बताया।
संस्कृति विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो घनेश्वर ने स्वर्ण पदक के साथ साथ एक सम्मान पत्र और पवित्र रूद्राक्ष की माला पहनाकर सम्मानित किया। इस सम्मेलन में देश विदेश के अनेक विद्वान विदुषियों के साथ साथ डॉक्टरेट कर रहे शोध छात्रों ने भाग लिया। डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने अपने अभिभाषण में सनातन संस्कृति की पौराणिक गाथाओं की वैज्ञानिकता पर अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर अपनी भाषाई खोजों के बारे में बताते हुए अनिल भारती ने कहा कि जहां एक ओर दुनिया भर में भिन्न भिन्न देश युद्ध करने में लगे हैं वहीं वे भारत की पुण्य भूमि से मित्र देश नेपाल की पवित्र भूमि पर भाषाई तालमेल और समरूपता के द्वारा प्रेम, प्यार और भाईचारे के प्रचार और विश्वव्यापी प्रसार का संदेश लेकर आए हैं।
इस भागीरथी प्रयास में श्री भारती को अंतर्राष्ट्रीय लेखक और शिक्षा शास्त्री सुशील कुमार आज़ाद और पंजाबी सभा मॉस्को के प्रधान प्रमोद कुमार धीमान, रूस से दिशा मॉस्को के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर सिंह और ऑस्ट्रेलिया के श्री सुरेश बांसल, अजय बांसल और अरुण बांसल (बांसल इमिग्रेशनज) का भी बहुत सराहनीय सहयोग प्राप्त हो रहा है।
इस सुअवसर पर कार्यक्रम की संयोजिका डॉ मोनिका शर्मा, केंद्रीय विद्यालय भारतीय राजदूतावास काठमांडू के प्रिंसिपल श्री ए जेराल्ड सहित डॉक्टर आनंद कुमार त्रिपाठी, नरपत चौहान, प्रिंसिपल संस्कृत विद्यापीठ श्री अच्युत प्रसाद , देवी पंथी, नीना शर्मा, नीलम अरोड़ा, घनश्याम न्यौपाने आदि भी उपस्थित थे ।
