गढ़शंकर में खनन माफिया सक्रिय, बेखौफ चल रहा है अवैध मिट्टी माफिया का धंधा: निमिषा मेहता

गढ़शंकर 15 जून- गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र में मिट्टी माफिया द्वारा अंधाधुंध खनन का मुद्दा उठाते हुए भाजपा विधानसभा क्षेत्र प्रभारी निमिषा मेहता ने कहा कि क्षेत्र में मिट्टी माफिया गिरोह द्वारा अवैध खनन इस समय चरम पर है। यह पूरा गोरखा कारोबार पुलिस, खनन व परिवहन विभाग के अधिकारियों की कथित मिलीभगत से नियमित रूप से चल रहा है।

गढ़शंकर 15 जून- गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र में मिट्टी माफिया द्वारा अंधाधुंध खनन का मुद्दा उठाते हुए भाजपा विधानसभा क्षेत्र प्रभारी निमिषा मेहता ने कहा कि क्षेत्र में मिट्टी माफिया गिरोह द्वारा अवैध खनन इस समय चरम पर है। यह पूरा गोरखा कारोबार पुलिस, खनन व परिवहन विभाग के अधिकारियों की कथित मिलीभगत से नियमित रूप से चल रहा है। 
भाजपा नेत्री ने कहा कि हलके में मिट्टी खनन व परिवहन माफिया का धंधा चंद लोग गिरोह बनाकर चला रहे हैं। इन खनन माफियाओं के ट्रैक्टरों पर कहीं भी नंबर प्लेट नहीं होती और न ही चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस होते हैं। गढ़शंकर हलके के पुलिस थानों व चौकियों से रोजाना सैकड़ों की संख्या में मिट्टी से लदे ये ट्रैक्टर-ट्रालियां गुजरते हैं, लेकिन पुलिस को ये नजर नहीं आते। 
निमिशा मेहता ने कहा कि गढ़शंकर में मिट्टी माफियाओं का गिरोह बनाकर काम करने वाले इन दलों के अलावा अगर कोई आम व्यक्ति ट्रैक्टर-ट्राली लेकर अपनी जमीन से भी मिट्टी ले जाता है तो पुलिस की टीमें आकर उसे घेर लेती हैं और उस पर हजारों रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। निमिशा मेहता ने कहा कि जगह-जगह जे.सी.बी. से मिट्टी खोदी जा रही है। मशीनों से 10 फुट तक मिट्टी खोदी जा रही है और खनन विभाग जानबूझ कर आंखें मूंदे बैठा है।
 जबकि न तो ढाई फुट से ज्यादा खुदाई की जा सकती है और न ही जे.सी.बी. से यह खुदाई की जा सकती है। बी. मशीनें हैं। लेकिन खनन विभाग खुद कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहा है। निमिशा मेहता ने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के इस माफिया के कारण हादसों में 5 लोगों की जान जा चुकी है और परिवहन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। 
उन्होंने कहा कि गढ़शंकर के गांवों के लोग इन ट्रॉलियों से बहुत परेशान हैं और इन ओवरलोड ट्रॉलियों के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। दिन-रात चलने वाली ये ट्रॉलियां गांवों को जाने वाले पूरे रास्ते को बंद कर देती हैं और आम लोगों को इनके कारण बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। निमिशा मेहता ने कहा कि यह सब सत्ताधारियों के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि बेहतर होगा कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें।