
बच्चा एक कोरा कागज : प्रवीण चुघ
हरियाणा/हिसार: राकेश स्मृति सम्मान से सम्मानित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरकड़ा के प्राचार्य प्रवीण चुघ ने किशोर विद्यार्थियों के बदलते वयवहार पर गम्भीर चिन्ता जाहिर की है। प्रवीण चुघ का इशारा हाल ही में घटी सातरोड कैंट की घटना की तरफ था,जिसमे एक नाबालिग छात्र ने अपने दादा की पिस्तौल से अपने पूर्व सहपाठी को गोली मार दी थी। चुघ ने कहा कि हमे इस तरह की घटनाओं को गम्भीरता से लेना चाहिए और इस पर गहन चिंतन करना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हों।
हरियाणा/हिसार: राकेश स्मृति सम्मान से सम्मानित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरकड़ा के प्राचार्य प्रवीण चुघ ने किशोर विद्यार्थियों के बदलते वयवहार पर गम्भीर चिन्ता जाहिर की है। प्रवीण चुघ का इशारा हाल ही में घटी सातरोड कैंट की घटना की तरफ था,जिसमे एक नाबालिग छात्र ने अपने दादा की पिस्तौल से अपने पूर्व सहपाठी को गोली मार दी थी। चुघ ने कहा कि हमे इस तरह की घटनाओं को गम्भीरता से लेना चाहिए और इस पर गहन चिंतन करना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हों।
प्रवीण चुघ ने इस तरह की घटनाएं के कारणों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि किशोर अवस्था मे बच्चे भावनात्मक रूप से विकसित हो रहे होते हैं, जब वे किसी भावना को समझ नही पाते या जाहिर नही कर पाते,तो वे इस तरह की घटनाए कर बैठते हैं। उन्होंने बताया घर का माहौल भी इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार है, यदि घर मे झगड़ा,चीखना, चिल्लाना होता है,तो बच्चा वही सीखता है।
पीयर प्रेशर यानि कि बच्चे की संगति भी इस तरह की घटनाओं के लिए एक कारण है
प्रवीण चुघ ने इस तरह की हिसक घटनाओं को रोकने के लिए कुछ उपाय भी सुझाए है
1 अभिभावको को बच्चे की भावनाओं को समझना चाहिए ।
जब बच्चा गुस्से में हो ,उसको धीरे से पूछे ,तुम्हें गुस्सा क्यू आ रहा है, क्या कुछ बुरा लगा।
2 अच्छे व्यवहार पर बच्चे की तारीफ करे।
3 बच्चे की दिनचर्या नियमित रखे, समय पर खाना,सोना ओर खेलना जरूरी है।
थका हुआ या भूखा बच्चा जल्दी चिड़चडा हो जाता है।
4 अभिभावक को चाहिए कि वो बच्चों को समय दे और उनसे बात करे।
5 बच्चों के बेहतर वयवहार के लिए पेरेंट्स को खुद में भी सुधार लाना चाहिए और जहा तक हो सके घर मे शांति का वातावरण रखे।
अंत मे प्रवीण चुघ ने अपने 21 वर्ष के अनुभव के आधार पर कहा कि बच्चा एक कोरा कागज होता है, उस पर जो लिखेगे वही उभरेगा।
प्यार,धैर्य और सही मार्गदर्शन से हर बच्चा बदल सकता है।
