पंजाब के पैरा-एथलीटों का सम्मान समारोह आयोजित

एस ए एस नगर, 4 जून- सेरेब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स सोसाइटी ऑफ पंजाब द्वारा नेबरहुड पार्क, फेज 11 में एक शानदार समागम का आयोजन कर उन पैरा-एथलीटों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब का नाम रोशन किया। ये एथलीट 3-6 अक्टूबर, 2024 को नडियाद, गुजरात में हुई तीसरी राष्ट्रीय पैरा तैराकी चैंपियनशिप और 15-17 जुलाई, 2024 को बेंगलुरु में आयोजित 13वीं जूनियर और सब-जूनियर पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं।

एस ए एस नगर, 4 जून- सेरेब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स सोसाइटी ऑफ पंजाब द्वारा नेबरहुड पार्क, फेज 11 में एक शानदार समागम का आयोजन कर उन पैरा-एथलीटों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब का नाम रोशन किया। ये एथलीट 3-6 अक्टूबर, 2024 को नडियाद, गुजरात में हुई तीसरी राष्ट्रीय पैरा तैराकी चैंपियनशिप और 15-17 जुलाई, 2024 को बेंगलुरु में आयोजित 13वीं जूनियर और सब-जूनियर पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं।
सम्मान समारोह के दौरान मंगल सिंह, विशाल, तमन्ना, किशन, हरमजोत सिंह, मुस्कान मलोट, गुरजीत कौर, अनुष्का, रमनदीप सिंह और बलवंत सिंह को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। इनके साथ-साथ युवा एथलीट किस्मत कौर की उपस्थिति भी समागम की शान बनी।
 इस अवसर पर समागम के मुख्य अतिथि नगर निगम के उप-मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने एथलीटों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि सेरेब्रल पाल्सी के साथ जीवन जी रहे ये खिलाड़ी साहस, जीत की लगन और आत्मविश्वास की सच्ची मिसाल हैं। इनकी सफलता हमें बताती है कि यदि मनोबल ऊँचा हो तो कोई भी रुकावट रास्ता नहीं रोक सकती। ये खिलाड़ी न केवल पदक जीत रहे हैं, बल्कि हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहे हैं।
सोसाइटी के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार और समाज को इन एथलीटों के लिए अधिक अवसर और संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए ताकि वे और ऊँचाइयों को छू सकें।
इस अवसर पर विशेष अतिथियों में गुरमेल सिंह सिद्धू (ब्रैम्पटन, कनाडा) और उनकी धर्मपत्नी सुखिंदर कौर सिद्धू, काउंसलर कुलवंत सिंह कलेर, पूर्व काउंसलर सुखमिंदर सिंह बरनाला, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. मनिंदर कौर गांधी, प्रिंसिपल मनजीत कौर, हरकमल सिंह (1978 एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता और भारत के पूर्व मुख्य कोच), एथलेटिक कोच बबीता, चंदर शेखर, अजायब सिंह (बाकरपुर), गुरमीत सिंह सियाल, बलवीर सिंह सोहल, मनजीत ओबराय, मुख्य इंजीनियर डी.एस. मान और विकास अधिकारी सतीश कुमार शर्मा आदि शामिल थे।