मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मानसून सीजन की तैयारियों की समीक्षा की

चंडीगढ़, 2 जुलाई - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने मानसून सीजन के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सभी नालों की पूरी सफाई सुनिश्चित करें तथा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या से बचने के लिए प्रभावी जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित करें।

चंडीगढ़, 2 जुलाई - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने मानसून सीजन के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सभी नालों की पूरी सफाई सुनिश्चित करें तथा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या से बचने के लिए प्रभावी जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
 उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वर्षा जल की तुरंत निकासी के लिए पर्याप्त संख्या में पम्पों की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। 
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आगामी दिनों में भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए सभी उपायुक्त अपने-अपने जिलों में वर्षा जल निकासी के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने उपायुक्तों को जलभराव के संभावित स्थानों की पहचान कर उसके बाद उचित कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। 

वर्षा जल निकासी के लिए पर्याप्त पम्पों की उपलब्धता सुनिश्चित करें-
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में उपलब्ध पम्पों की संख्या के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पंप पूरी तरह चालू हालत में रखे जाएं ताकि बरसाती पानी की निकासी में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने सभी उपायुक्तों को अपने जिलों में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, शहरी स्थानीय निकाय विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के पास उपलब्ध पंपों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका समुचित उपयोग किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त निर्धारित प्रारूप में पंपों की उपलब्धता से संबंधित जानकारी पोर्टल पर अपलोड करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पंप सेटों के सुचारू संचालन के लिए विद्युत जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। 

ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जलभराव को रोकने के लिए प्रभावी जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित करें- 
नालों की सफाई की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि विशेषकर कस्बों व शहरों से गुजरने वाले नालों की पूरी तरह सफाई की जाए ताकि ओवरफ्लो की समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने फरीदाबाद में गोंछी नाले को ढकने की संभावना तलाशने तथा प्रदेश के अन्य नालों के लिए भी ऐसी ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि नालों का रखरखाव किया जाना चाहिए तथा जालियां लगाकर उनमें कचरा फेंकने से रोका जाना चाहिए।

बाढ़ की तैयारियों के लिए प्रत्येक जिले को 4.50 लाख रुपये तथा जल निकासी कार्यों के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को 50 लाख रुपये आवंटित-
बैठक में मुख्यमंत्री ने विभिन्न सड़कों, पुलों के निर्माण तथा जल निकासी के लिए भूमिगत पाइपलाइन बिछाने की प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि बाढ़ की तैयारियों के लिए प्रत्येक जिले को 4.50 लाख रुपये की राशि आवंटित की गई है। इसके अतिरिक्त, जल निकासी कार्यों के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को 50 लाख रुपये दिए गए हैं। यदि आवश्यक हुआ तो राज्य आपदा प्रबंधन कोष के तहत और राशि भी आवंटित की जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को मानसून के मौसम में जल जनित तथा वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाने के भी निर्देश दिए।

राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक पात्र लाभार्थी को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले-
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने उपायुक्तों को समाधान शिविरों के दौरान प्राप्त शिकायतों का तुरंत निवारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का निरंतर प्रयास है कि सरकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक समय पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिन मामलों में आवेदन अस्वीकृत किया जाता है, वहां जनता की संतुष्टि के लिए आवेदक को स्पष्ट एवं विशिष्ट कारण बताए जाएं। यदि नीतिगत बाधा के कारण किसी मुद्दे का समाधान नहीं होता है, तो उपायुक्त उचित कार्रवाई के लिए आवेदन को मुख्य सचिव कार्यालय को भेजेंगे। 
बैठक में मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरुण गुप्ता, पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन श्री विनीत गर्ग, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग अग्रवाल, पंचकूला महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री के. मकरंद पांडुरंग, भविष्य विभाग के निदेशक डॉ. आदित्य दहिया, निकरानी एवं समन्वय विभाग की विशेष सचिव डॉ. प्रियंका सोनी सहित विभिन्न विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।