
रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र नवांशहर में गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस मनाया गया।
नवांशहर- रेडक्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर में श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर परियोजना निदेशक चमन सिंह ने केंद्र में भर्ती युवाओं और स्टाफ सदस्यों को संबोधित करते हुए सिख इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
नवांशहर- रेडक्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर में श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर परियोजना निदेशक चमन सिंह ने केंद्र में भर्ती युवाओं और स्टाफ सदस्यों को संबोधित करते हुए सिख इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सिखों के पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत दुनिया के धार्मिक इतिहास में एक क्रांतिकारी मोड़ थी। इस शहादत ने जहां धार्मिक कट्टरता के नाम पर मानवीय अत्याचार की प्रवृत्ति को सबसे बड़ी चुनौती दी, वहीं मानवता को जुल्म का सामना करने के डर से भी मुक्त किया।
पांचवें पातशाह की शहादत सिख इतिहास में एक क्रांतिकारी पृष्ठ के रूप में दर्ज है, जिसकी प्रेरणा आज भी हर सिख के लिए मार्गदर्शक है।
गुरु साहिब की इस शहादत ने सिखों को जुल्म का सामना करने, अमर परमात्मा की इच्छा को स्वीकार करने और धैर्य, संतोष और दृढ़ संकल्प के साथ अपने अधिकारों की रक्षा करने का रास्ता दिखाया, जिससे सिख धर्म के महल की नींव इतनी पक्की और मजबूत हो गई कि जुल्म की आंधी भी इसे नष्ट नहीं कर सकी।
सिख इतिहास में श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत अद्वितीय और बेमिसाल है। उन्होंने गुरबाणी के हवाले से समझाया कि हम सभी को गुरु साहिब द्वारा दिए गए आदेशों का पालन करना चाहिए। हमें अपने गुरुओं की शहादत को हमेशा याद रखना चाहिए, जो हमें हमेशा जुल्म के खिलाफ लड़ने की शिक्षा देती है।
हमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में दी गई बाणी को पढ़ना चाहिए और इसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए, जिससे हम सामाजिक बुराइयों से दूर रहेंगे और समाज में पाई जाने वाली कुरीतियां भी खत्म होंगी। इस अवसर पर कमलजीत कौर, जसविंदर कौर, दिनेश कुमार, मनजीत सिंह, परवीन कुमारी, बलजीत कुमार, परवेश कुमार, कमला रानी, कोमलप्रीत कौर और मरीज मौजूद थे।
