
बाल संस्कार शिविर का भव्य समापन, बच्चों में देशभक्ति और आत्मविश्वास का संचार
हरियाणा/हिसार: भारत विकास परिषद गायत्री शाखा बरवाला द्वारा आयोजित चार दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आज समापन हो गया। यह शिविर संस्कार प्रमुख टेकचंद जी मुदगिल जी की देखरेख में आयोजित किया गया। शिविर का उद्देश्य बच्चों में नैतिक मूल्यों, देशभक्ति, आत्मरक्षा और कला के प्रति रुचि जागृत करना था।
हरियाणा/हिसार: भारत विकास परिषद गायत्री शाखा बरवाला द्वारा आयोजित चार दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आज समापन हो गया। यह शिविर संस्कार प्रमुख टेकचंद जी मुदगिल जी की देखरेख में आयोजित किया गया। शिविर का उद्देश्य बच्चों में नैतिक मूल्यों, देशभक्ति, आत्मरक्षा और कला के प्रति रुचि जागृत करना था।
भारत विकास परिषद गायत्री शाखा द्वारा आयोजित संस्कार शिविर में आचार्य अनिल ने बच्चों को सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिदिन ओम का उच्चारण करने, प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप व ध्यान करने, गर्मी की छुट्टियों को व्यर्थ न गंवाने, प्रतिदिन अध्ययन करने व कुछ नया सीखने का प्रयास करने, नई भाषाएं, कंप्यूटर आदि सीखने, अपनी योग्यताएं बढ़ाने, हर कार्य सही है या गलत इसका निर्णय करने, किसी भी कार्य को करने से पहले उसके परिणाम के बारे में सोचने, तनाव, चिंता, बीमारी से बचने के लिए प्रतिदिन खेलकूद, व्यायाम, योग, ध्यान, प्राणायाम करने, बुरी संगत से बचने, अच्छा संगीत सुनने, अच्छी पुस्तकें पढ़ने, अच्छे विचार रखने, प्रवचन सुनने, घर के कामों में माता-पिता की मदद करने आदि विषयों पर चर्चा की।
शिविर के दौरान गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय हिसार के सहायक प्रोफेसर श्री सुभाष सिहाग जी ने वीर सावरकर जयंती के अवसर पर बच्चों को सावरकर जी के अद्वितीय व्यक्तित्व व राष्ट्रहित में उनके योगदान के बारे में जानकारी दी। श्रीमती मीनाक्षी जी द्वारा छात्राओं को आत्मरक्षा के व्यावहारिक गुर सिखाए गए, जिससे उनमें आत्मविश्वास की भावना जागृत हुई। वहीं चित्रकार दीक्षा जी ने बच्चों को क्ले मॉडलिंग व पेंसिल शेडिंग जैसी आकर्षक कला विधाओं से परिचित करवाया तथा रचनात्मकता को बढ़ाने के तरीके सिखाए।
समापन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सामाजिक समरसता हांसी के सह संयोजक श्री प्रदीप राजली ने बच्चों को पुण्य श्लोका राजमाता अहिल्याबाई व महान योद्धा महाराणा प्रताप के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को महाराणा प्रताप के साहस, स्वाभिमान व देशभक्ति से सीख लेनी चाहिए। समापन समारोह में परिषद के सचिव श्री राजेंद्र भट्ट ने चार दिनों की गतिविधियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया तथा सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर परिषद के प्रमुख सदस्य श्री जिले सिंह (एलआईसी), श्री रमेश चंद्र सिंगला, श्री संजीव गुप्ता, श्री रमेश गोयल, श्री शिव कुमार सोनी, श्री राम निवास वर्मा, श्री जसवंत सिंह, श्री सुनील अत्री, श्री अनिल कौशिक, श्री शिव कुमार कौशिक, महिला प्रधान श्रीमती गुंजन गोयल, श्रीमती कविता वर्मा, भारती एजुकेशन सोसायटी की सचिव एवं पूर्व महिला प्रधान श्रीमती सुनीता जाखड़ सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अंत में विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मधु शर्मा ने भारत विकास परिषद का आभार व्यक्त करते हुए ऐसे शिविरों को समाज निर्माण की दिशा में एक सशक्त पहल बताया। यह चार दिवसीय शिविर बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं संस्कारवान नागरिकों के निर्माण की दिशा में एक सफल प्रयास है।
