
डीजीपी डॉ. नरेश कुमार अरोड़ा ने माहिलपुर में नशाखोरी पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर लोगों से नशे से दूर रहने की स्पष्ट अपील की
होशियारपुर- पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशाखोरी के खिलाफ अभियान के तहत आज एडीजीपी (मानवाधिकार) डॉ. नरेश कुमार अरोड़ा ने माहिलपुर के एक निजी पैलेस में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान लोगों की भारी भीड़ को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने नशे के बढ़ते प्रचलन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह समाज और युवाओं की जड़ों को खत्म कर रहा है। डॉ. अरोड़ा ने लोगों को नशे से दूर रहने का आजीवन संकल्प लेने और अपने परिवार, गांव और शहर को नशामुक्त बनाने में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
होशियारपुर- पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशाखोरी के खिलाफ अभियान के तहत आज एडीजीपी (मानवाधिकार) डॉ. नरेश कुमार अरोड़ा ने माहिलपुर के एक निजी पैलेस में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान लोगों की भारी भीड़ को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने नशे के बढ़ते प्रचलन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह समाज और युवाओं की जड़ों को खत्म कर रहा है। डॉ. अरोड़ा ने लोगों को नशे से दूर रहने का आजीवन संकल्प लेने और अपने परिवार, गांव और शहर को नशामुक्त बनाने में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नशाखोरी केवल व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है, बल्कि एक सामाजिक बीमारी है, जिससे लड़ने के लिए हर नागरिक की भूमिका जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर उन्हें किसी तस्कर या नशा बेचने वाले के बारे में जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उनकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी होगी।
डॉ. अरोड़ा ने कहा कि पंजाब पुलिस ने हर जिले में नशा विरोधी टास्क फोर्स का गठन किया है, जो नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इस दौरान कई स्थानीय समाज सेवी संगठनों और शैक्षणिक संस्थाओं ने भी अपनी भूमिका निभाते हुए नशा मुक्ति की शपथ ली।
इस अवसर पर माहिलपुर और आसपास के गांवों के लोगों ने डॉ. अरोड़ा की बातों को गंभीरता से सुना और नशा मुक्त समाज के निर्माण में अपना योगदान देने का संकल्प लिया।
