
बिजली कर्मचारियों ने विरोध दिवस मनाया
एसएएस नगर, 20 मई- पीएसईबी कर्मचारी संयुक्त मंच, बिजली मुलाज़म एकता मंच, और जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन के संयुक्त आह्वान पर, दस यूनियनों के देशव्यापी आह्वान के जवाब में मोहाली डिवीजन में विरोध दिवस मनाया गया।
एसएएस नगर, 20 मई- पीएसईबी कर्मचारी संयुक्त मंच, बिजली मुलाज़म एकता मंच, और जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन के संयुक्त आह्वान पर, दस यूनियनों के देशव्यापी आह्वान के जवाब में मोहाली डिवीजन में विरोध दिवस मनाया गया।
नेताओं ने बताया कि 20 मई को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल को देश की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्थगित कर 9 जुलाई को हड़ताल करने की घोषणा की गई है। इस हड़ताल का मुख्य उद्देश्य 44 श्रम कानूनों को चार श्रम कोड में बदलने का विरोध करना है, जो श्रमिकों के हित में नहीं हैं।
नेताओं ने कहा कि कई लाभकारी सरकारी विभागों को नाममात्र की कीमतों पर बेचा जा रहा है, जो देश के हित में नहीं है। किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा, और रेलवे, परिवहन, और बिजली जैसे क्षेत्रों का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भी अपने विभागों को निजी कंपनियों को बेचने के लिए उत्सुक है। इसके तहत लालरु और खरड़ के 11 केवी सिस्टम का निजीकरण किया जा रहा है, जिसका पावरकॉम कर्मचारियों द्वारा तीव्र विरोध किया जा रहा है। पावरकॉम विभाग में 75,000 स्वीकृत पदों में से केवल लगभग 35,000 कर्मचारी कार्यरत हैं, जो मानसिक दबाव में काम कर रहे हैं, जिसके कारण बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं और कर्मचारी अपनी कीमती जान गंवा रहे हैं।
मांग की गई कि खाली पदों को तुरंत भरा जाए ताकि विभाग का काम सुचारू रूप से चल सके और जनता को बेहतर सुविधाएं दी जा सकें। विरोध प्रदर्शन को बलविंदर कुमार, रंजीत सिंह खरड़, सुकिंदरपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह छीना, मोहन सिंह गिल, और संगठन के महासचिव सुरिंदरपाल सिंह लाहोरिया ने भी संबोधित किया।
