
धन-धन ब्रह्म ज्ञानी संत बाबा ज्वाला सिंह जी हरखोवाल वालों के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हुआ धार्मिक समागम
माहिलपुर, 3 मई: धन-धन ब्रह्म ज्ञानी संत बाबा ज्वाला सिंह महाराज हरखोवाल वालों का जन्मदिवस गांव लंगेरी के पास स्थित गुरुद्वारा संतगढ़, माहिलपुर में बड़ी श्रद्धा और प्रेमभावना से मनाया गया।
माहिलपुर, 3 मई: धन-धन ब्रह्म ज्ञानी संत बाबा ज्वाला सिंह महाराज हरखोवाल वालों का जन्मदिवस गांव लंगेरी के पास स्थित गुरुद्वारा संतगढ़, माहिलपुर में बड़ी श्रद्धा और प्रेमभावना से मनाया गया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए संत बाबा भगवान सिंह जी डेरा संतगढ़ जालंधर और संत बाबा बलवीर सिंह जी लंगेरी वालों ने संयुक्त रूप से बताया कि इस अवसर पर सबसे पहले भाई इंदरजीत सिंह फकर पटियाला वाले, ढाडी जगजीवन सिंह अर्जना अवार्डी, बाबा चंगा सिंह नोसहेरे वाले, बाबा हरि सिंह कथा वाचक डेरा संतगढ़ और ज्ञानी सेवा सिंह जी ने कथा-कीर्तन के माध्यम से संगतों को महान संतों के परोपकारी कार्यों से अवगत करवाया।
समागम में पहुँचे संत बाबा मख्खन सिंह जी टूतोमजारा, संत बलवीर सिंह शास्त्री, जत्थेदार बाबा गुरदेव सिंह जी, संत महावीर सिंह जी ताजेवाल, संत बीबी जसप्रीत कौर बुंगा साहिब माहिलपुर, संत करमजीत सिंह टिब्बा साहिब होशियारपुर, संत बलबीर सिंह होशियारपुर, संत रणजीत सिंह तपोवन कुटिया ने धार्मिक प्रवचनों के दौरान संगतों को उस सर्वशक्तिमान परमात्मा से जोड़ने का प्रयास किया जो इस ब्रह्मांड के कण-कण में मौजूद है।
इस अवसर पर बीबी प्रितपाल कौर संघा (सरपंच), गुरजीत कौर (पूर्व सरपंच), जसवंत सिंह, ब्रह्मजोत सिंह, सुखदेव सिंह थानेदार, अमृतपाल सिंह, तीर्थ सिंह, गुरदीप सिंह, बीबी गुरदेव कौर, मनप्रीत सिंह, नवप्रीत सिंह, मनराज सिंह, गुरजंत सिंह, बाबा सोहन सिंह जी (हेड ग्रंथी), दिलप्रीत सिंह, जसविंदर कौर, लंबरदार गुरविंदर सिंह, जर्नैल सिंह, जसवीर सिंह, सुखदेव सिंह (पूर्व सरपंच), सतप्रकाश सिंह (कनाडा), गुरमुख सिंह मजार डिग्रियों सहित इलाके के संत-महापुरुष और धार्मिक हस्तियाँ उपस्थित रहे।
समागम में विशेष रूप से पहुँचे सरदार सुरिंदर सिंह भुलेवाल राठां (पूर्व विधायक) ने भी संगतों के साथ धार्मिक विचार साझा किए।
उल्लेखनीय है कि इस धार्मिक समागम के दौरान पिछले दिनों से श्री अखंड पाठों की श्रृंखला चल रही थी और कुल 26 श्री अखंड पाठों के भोग डाले गए। समागम के अंत में संत बाबा भगवान सिंह जी डेरा संतगढ़ जालंधर और संत बाबा बलवीर सिंह जी लंगेरी वालों ने समागम के सहयोगियों और उपस्थित संत-महापुरुषों को सिरोपाव भेंट कर सम्मानित किया। गुरु का लंगर लगातार चलता रहा।
