
वरिष्ठ पत्रकार दलजीत अजनोहा ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं विचारक अनुराग सूद से मुलाकात कर पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बारे में गंभीर चर्चा की।
होशियारपुर - आज होशियारपुर में वरिष्ठ पत्रकार श्री दलजीत अजनोहा ने प्रसिद्ध समाजसेवी, विचारक एवं अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष श्री अनुराग सूद से विशेष मुलाकात की। इस बैठक के दौरान हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए कायराना आतंकवादी हमले के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई।
होशियारपुर - आज होशियारपुर में वरिष्ठ पत्रकार श्री दलजीत अजनोहा ने प्रसिद्ध समाजसेवी, विचारक एवं अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष श्री अनुराग सूद से विशेष मुलाकात की। इस बैठक के दौरान हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए कायराना आतंकवादी हमले के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई।
अनुराग सूद ने इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह न केवल निर्दोष लोगों पर सीधा हमला है, बल्कि देश की एकता, शांति और भाईचारे पर भी हमला है। आतंकवादियों को तत्काल और कड़ी सजा देने की मांग करते हुए उन्होंने कहा, "निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादियों के प्रति कोई नरमी नहीं होनी चाहिए। सरकार को तत्काल और कड़े कदम उठाने चाहिए और उन्हें सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।"
सामाजिक और राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर अपनी बेबाक आवाज के लिए मशहूर अनुराग सूद ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश के प्रत्येक नागरिक को आतंकवाद के खिलाफ एकता का प्रतीक बनना चाहिए और यह संदेश देना चाहिए कि भारत हमेशा शांति के लिए खड़ा रहेगा।
वरिष्ठ पत्रकार दलजीत अजनोहा ने भी अनुराग सूद की राष्ट्रहित में किए गए सजग और सशक्त प्रयासों की सराहना की और कहा कि आज के समाज को ऐसे निडर और संवेदनशील विचारकों की जरूरत है जो चुनौतीपूर्ण समय में भी सत्य और न्याय के लिए आवाज उठा सकें।
इस बैठक के दौरान आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी रणनीति बनाने, पर्यटकों की सुरक्षा बढ़ाने तथा समाज में शांति एवं भाईचारे की भावना को मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी गंभीर चर्चा हुई।
अनुराग सूद द्वारा हमले की कड़ी निंदा और सरकार से तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग ने एक बार फिर पूरे देश में आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता और एकता की आवश्यकता को उजागर किया है।
