
डेंगू से बचाव के बारे में नर्सिंग छात्राओं को दी जानकारी
साहिबजादा अजीत सिंह नगर/बूथगढ़, 22 अप्रैल: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूथगढ़ की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. अलकजोत कौर के नेतृत्व में नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को डेंगू व मलेरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. अरुण बंसल ने संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू एक जानलेवा बुखार है, जिससे बचाव के लिए किसी भी स्थान पर पानी जमा नहीं होने देना चाहिए।
साहिबजादा अजीत सिंह नगर/बूथगढ़, 22 अप्रैल: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूथगढ़ की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. अलकजोत कौर के नेतृत्व में नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को डेंगू व मलेरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. अरुण बंसल ने संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू एक जानलेवा बुखार है, जिससे बचाव के लिए किसी भी स्थान पर पानी जमा नहीं होने देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि किसी कारण से डेंगू बुखार हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। मरीज को सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में ले जाना चाहिए, जहां डेंगू की जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है। मरीज को अधिक से अधिक तरल पदार्थ जैसे पानी, जूस, नींबू पानी, नारियल पानी आदि का सेवन करना चाहिए तथा आराम करना चाहिए। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है।
डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू एक बुखार है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। डेंगू के सामान्य लक्षणों में तेज सिरदर्द और तेज बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, गंभीर मामलों में नाक, मुंह और मसूड़ों से खून आना, मतली और उल्टी आदि शामिल हैं। डेंगू फैलाने वाले मच्छर खड़े साफ पानी में पनपते हैं जैसे कूलर, पानी की टंकी, फूलों के गमले, फ्रिज के पीछे ट्रे, टूटे/छोड़े गए बर्तन और खाली टायर और पानी के ड्रम आदि। इनमें पानी जमा नहीं होने देना चाहिए।
