‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ पंजाब के सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है: जय कृष्ण सिंह रौड़ी

होशियारपुर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर रही है। कई स्कूलों का नवीनीकरण किया गया है और बाकी को उच्च स्तरीय सुविधाएं देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पंजाब शिक्षा क्रांति के तहत करोड़ों रुपये की ग्रांट से स्कूलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है।

होशियारपुर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर रही है। कई स्कूलों का नवीनीकरण किया गया है और बाकी को उच्च स्तरीय सुविधाएं देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पंजाब शिक्षा क्रांति के तहत करोड़ों रुपये की ग्रांट से स्कूलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है।
यह विचार पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र के 7 सरकारी स्कूलों में 45.69 लाख रुपये की लागत से विकास कार्यों का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब सरकार द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों के परिणामस्वरूप सरकारी स्कूलों में दाखिलों में भी बढ़ोतरी हुई है।
डिप्टी स्पीकर ने आज सरकारी प्राइमरी स्कूल इब्राहिमपुर में इमारत के नवीनीकरण, सरकारी प्राइमरी स्कूल पनामा में चारदीवारी और क्लासरूम, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पनामा में विज्ञान प्रयोगशाला, सरकारी प्राइमरी स्कूल चक फुलू में क्लासरूम के निर्माण, सरकारी प्राइमरी स्कूल समुंद्रा में चारदीवारी और क्लासरूम के निर्माण, सरकारी प्राइमरी स्कूल धमाई में चारदीवारी और सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल धमाई में क्लासरूम के निर्माण का उद्घाटन किया। 
जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने कहा कि अब सरकारी स्कूलों में साफ पानी, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशालाएं, खेल के मैदान और सुंदर इमारतें जैसी आधुनिक सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं। इससे स्कूलों की सूरत और शिक्षा की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में चल रही पंजाब शिक्षा क्रांति के तहत विद्यार्थियों को पढ़ाई और खेलों के लिए अच्छा माहौल मिल रहा है ताकि वे प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकें और राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें। इस अवसर पर ग्राम पंचायतों और शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।