
पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन जोन गढ़शंकर की बैठक हुई
गढ़शंकर: आज दिनांक 6 अप्रैल 2025 को पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन जोन गढ़शंकर की मासिक बैठक गांधी पार्क बंगा चौक गढ़शंकर में श्री सरूप चंद जोनल अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने सर्वप्रथम पेंशनभोगी साथी श्री कौशल भाटिया के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों द्वारा किए गए संघर्षों की समीक्षा की गई।
गढ़शंकर: आज दिनांक 6 अप्रैल 2025 को पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन जोन गढ़शंकर की मासिक बैठक गांधी पार्क बंगा चौक गढ़शंकर में श्री सरूप चंद जोनल अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने सर्वप्रथम पेंशनभोगी साथी श्री कौशल भाटिया के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों द्वारा किए गए संघर्षों की समीक्षा की गई।
कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की वैध मांगों पर कड़ा नियंत्रण रखने के लिए सरकार की निंदा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए श्री सरूप चंद जी ने पंजाब सरकार द्वारा पेंशनरों और कर्मचारियों को 1/1/2016 से 6वें वेतन आयोग का बकाया भुगतान करने के तरीके की आलोचना की और पेंशनरों पर 6वें पंजाब वेतन आयोग को पूरी तरह लागू न करने की भी आलोचना की।
श्री बलवंत राम ने कर्मचारियों और पेंशनरों के प्रति पंजाब सरकार की नीयत और नीतियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने पेंशनभोगियों की लंबे समय से लंबित मांगों पर जोर दिया, जैसे 2.59 के गुणांक के साथ पेंशन में संशोधन, चिकित्सा भत्ते में 2500 रुपये की वृद्धि। 2,000 रुपये की नकद राशि और कैशलेस चिकित्सा योजना का पुनः क्रियान्वयन। श्री परमानंद जी ने महंगाई भत्ते की शेष किश्तें जारी करने तथा पिछली किश्तों का बकाया जारी करने की मांग उठाई।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में लंबित मामलों की नवीनतम स्थिति के बारे में सहकर्मियों को जानकारी दी गई। सरदार दलवीर सिंह जी ने मौजूदा पंजाब सरकार व केंद्र सरकार की कर्मचारियों व पेंशनरों के प्रति नकारात्मक नीति पर विस्तार से चर्चा की तथा किसानों व मजदूरों के शांतिपूर्ण आंदोलन को उखाड़ फेंकने की भी निंदा की। अंत में वक्ताओं ने आगे के संघर्षों के लिए तैयार रहने की अपील की।
आज की बैठक में श्री परमानंद, सतपाल सिंह, बलवंत राम, रोशन लाल वर्मा, कुलवंत सिंह, रतन सिंह, शंगारा राम, सरूप चंद, सोहन लाल, दलवीर सिंह, महिंगा राम, लंबर सिंह, गुरुमीत राम, जोगिंदर सिंह और खन्ना जी उपस्थित थे।
