
"नई सोच संस्थान" ने नशे के उन्मूलन के लिए पुलिस एवं प्रशासन को सहयोग देने का प्रस्ताव रखा
होशियारपुर- नई सोच संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद की अध्यक्षता में हरीश गुप्ता, हैप्पी, वीर प्रताप राणा, विक्की चोपड़ा, एडीजीपी पंजाब श्री नरेश अरोड़ा और एसएसपी होशियारपुर श्री संदीप मलिक के साथ स्थानीय पीडब्ल्यूडी के प्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने विश्राम गृह में बैठक कर ज्ञापन दिया तथा पंजाब पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सराहना की तथा कहा कि यदि बहादुर पुलिस कर्मियों द्वारा इसी प्रकार अभियान जारी रखा जाए तथा नशा बेचने वाले सरगनाओं पर गंभीरता से कार्रवाई की जाए तो नशे को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
होशियारपुर- नई सोच संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद की अध्यक्षता में हरीश गुप्ता, हैप्पी, वीर प्रताप राणा, विक्की चोपड़ा, एडीजीपी पंजाब श्री नरेश अरोड़ा और एसएसपी होशियारपुर श्री संदीप मलिक के साथ स्थानीय पीडब्ल्यूडी के प्रतिनिधि मौजूद थे।
उन्होंने विश्राम गृह में बैठक कर ज्ञापन दिया तथा पंजाब पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सराहना की तथा कहा कि यदि बहादुर पुलिस कर्मियों द्वारा इसी प्रकार अभियान जारी रखा जाए तथा नशा बेचने वाले सरगनाओं पर गंभीरता से कार्रवाई की जाए तो नशे को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
उनके संगठनों ने नशा करने वाले उन गरीब परिवारों को आमंत्रित किया जिनके बच्चे या परिवार के मुखिया नशा मुक्ति केंद्रों में रह रहे हैं, ताकि वे उनके परिवारों को भोजन, पेय या बीमारी और शिक्षा के संबंध में सहायता प्रदान कर सकें। ज्ञापन देकर उन्होंने सड़कों पर घूम रहे लावारिस पशुओं की गंभीर समस्या पर भी चर्चा की तथा जिला स्तरीय जेलों में गौशालाएं खोलने तथा होशियारपुर जिले में गौशालाओं की समस्या के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने की मांग की।
इस अवसर पर एडीजीपी पंजाब श्री नरेश अरोड़ा और एसएसपी. होशियारपुर श्री संदीप मलिक ने कहा कि स्थानीय जन संगठनों को पुलिस प्रशासन का सहयोग करना बहुत जरूरी है तथा नई सोच संगठनों का सहयोग का प्रस्ताव सराहनीय है तथा नशे से जुड़े लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। अब नशा तस्करों को अपना धंधा छोड़ना पड़ेगा या फिर उन्हें पंजाब छोड़कर भागना पड़ेगा।
