
पंजाब विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन में दो दिवसीय पाठ्यक्रम विकास कार्यशाला का समापन
चंडीगढ़, 19 मार्च, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन में दो दिवसीय पाठ्यक्रम विकास कार्यशाला का आज समापन हुआ। पंजाब विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग ने भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) पंजाब और चंडीगढ़ क्षेत्रीय शाखा के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया था। कार्यशाला को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रीय केंद्र, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित किया गया था।
चंडीगढ़, 19 मार्च, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन में दो दिवसीय पाठ्यक्रम विकास कार्यशाला का आज समापन हुआ। पंजाब विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग ने भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) पंजाब और चंडीगढ़ क्षेत्रीय शाखा के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया था। कार्यशाला को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रीय केंद्र, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित किया गया था।
विशिष्ट अतिथि, पीयू रजिस्ट्रार प्रोफेसर वाई.पी. वर्मा ने छात्रों को विकसित भारत के लिए तैयार करने के लिए वर्तमान समय की जरूरतों को पूरा करने वाले पाठ्यक्रम के साथ आने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस दिशा में विभाग द्वारा की गई पहल की सराहना की और देश में सर्वश्रेष्ठ दिमाग तैयार करने में विभाग की भूमिका पर प्रकाश डाला।
समापन भाषण देते हुए, पीयू के लोक प्रशासन विभाग की पूर्व अध्यक्ष और आईआईपीए पंजाब एवं चंडीगढ़ क्षेत्रीय शाखा की मानद सचिव प्रोफेसर रमनजीत कौर जोहल ने छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी की सराहना की, जिससे वास्तव में सहयोगात्मक प्रयास सामने आया। कार्यशाला का समापन प्रोफेसर संजीव के महाजन की अध्यक्षता में अभिसरण और समापन सत्र के साथ हुआ, जहां टीमों ने दो दिनों के दौरान ब्रेकआउट सत्रों में विकसित पाठ्यक्रमों पर प्रस्तुति दी और विचार-विमर्श किया।
दूसरे दिन लोक प्रशासन अनुसंधान के विकास और विश्लेषण पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई, जिसमें प्रोफेसर बी.एस. घुमन, डॉ. राजेश कुंडू, एमडीयू रोहतक, डॉ. मोहित शर्मा, केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू और प्रोफेसर राजबंस सिंह गिल, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला ने नौकरी की सुरक्षा के संबंध में लोक प्रशासन में विकसित प्रतिमानों पर चर्चा की।
