
'सिरनवां' कविता संग्रह रचनात्मक सोच पैदा करता है - बलजिंदर मान
माहिरपुर- सुरजीत मनाहनी का कविता संग्रह सिरनवां रचनात्मक सोच पैदा करता है। यह विचार शिरोमणि पंजाबी बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान ने सुरजीत मनाहनी की पुस्तक को लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि लेखक इससे पहले लघु कहानियों की तीन पुस्तकें पाठकों के समक्ष प्रस्तुत कर चुके हैं। इन पुस्तकों के माध्यम से नए व स्वस्थ समाज के निर्माण का संदेश दिया गया है।
माहिरपुर- सुरजीत मनाहनी का कविता संग्रह सिरनवां रचनात्मक सोच पैदा करता है। यह विचार शिरोमणि पंजाबी बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान ने सुरजीत मनाहनी की पुस्तक को लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि लेखक इससे पहले लघु कहानियों की तीन पुस्तकें पाठकों के समक्ष प्रस्तुत कर चुके हैं। इन पुस्तकों के माध्यम से नए व स्वस्थ समाज के निर्माण का संदेश दिया गया है।
लेखक ने समय की नब्ज को पहचानते हुए हमें समृद्ध मूल्यों से जोड़ने का बेहतरीन प्रयास किया है। इस अवसर पर जिला भाषा एवं अनुसंधान अधिकारी डॉ. जसवंत सिंह राय ने कहा कि हमें ऐसी पुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल कर नई पीढ़ी का बौद्धिक स्तर ऊंचा उठाना चाहिए। प्रेसीडियम की सदस्य प्रिंसिपल हरविंदर कौर ने सुरजीत सिंह की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए गर्व महसूस किया।
सुरजीत ने अपनी रचनात्मक प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह बचपन में ही शब्द साधनों की राह पर आ गए थे। प्रेसीडियम में शामिल शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया। सतवंत सिंह ने लेखक को मानवीय मूल्यों का संरक्षक बताया। इस अवसर पर गुरुमीत सिंह यूएसए, लाल सिंह, लवप्रीत, सुषमा, अमोलप्रीत, कुलविंदर कौर, रजनी शर्मा, उपिंदरजीत कौर, मीनाक्षी, गुरप्रीत सिंह, तिलक राज, राजवीर कौर, अंजलि, पुष्पा रानी व मनदीप कौर सहित साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।
