गांव मौजीपुर से बाबा बालक नाथ गुफा तक 145वीं चल निकाली गई।

नवांशहर- गढ़शंकर तहसील के गांव मौजीपुर से बाबा बालक नाथ गुफा तक 145वीं चल निकाली गई, जिसमें बाबा बहादुर सिंह के नेतृत्व में विभिन्न गांवों से आई संगत ने श्रद्धापूर्वक गुफा व बाबा जी को नमन किया। इस अवसर पर संगत का नेतृत्व कर रहे बाबा बहादुर सिंह ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में परमात्मा का नाम जपना चाहिए तथा धार्मिक गुरुओं, पीरों व पैगम्बरों के जीवन से मार्गदर्शन लेना चाहिए।

नवांशहर- गढ़शंकर तहसील के गांव मौजीपुर से बाबा बालक नाथ गुफा तक 145वीं चल निकाली गई, जिसमें बाबा बहादुर सिंह के नेतृत्व में विभिन्न गांवों से आई संगत ने श्रद्धापूर्वक गुफा व बाबा जी को नमन किया। इस अवसर पर संगत का नेतृत्व कर रहे बाबा बहादुर सिंह ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में परमात्मा का नाम जपना चाहिए तथा धार्मिक गुरुओं, पीरों व पैगम्बरों के जीवन से मार्गदर्शन लेना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि आज के समय में युवा पीढ़ी को बुराइयों से बचने के लिए अपने गुरुओं व पीरों द्वारा दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। इस चल के दौरान गांव कुक्कड़ मजारा, रक्कड़ कालोनी ऊना व गांव बड़ापुर की संगतों द्वारा विभिन्न पड़ावों पर संगतों के स्वागत के लिए अलग-अलग लंगर लगाए गए। 
इस अवसर पर संगतों ने शाहतलाइयाँ  में दो रात के प्रवास के दौरान गांव कुलाम की भजन मंडली के साथ चौकी लगाई, जिसमें बाबा जी की भोग सामग्री के माध्यम से बाबा की महिमा का गुणगान किया गया। बाबा बहादुर सिंह ने लंगर लगाने वाले श्रद्धालुओं तथा विदेशों में रहने वाली संगतों का विशेष रूप से सहयोग के लिए धन्यवाद किया। तीन दिनों तक बाबा जी का लंगर निरंतर चलता रहा।