कृषि विज्ञान केंद्र ने गांव पद्दी सूरा सिंह में फील्ड डे का आयोजन किया

होशियारपुर- कृषि विज्ञान केंद्र, बाहोवाल ने पराली प्रबंधन को अपनाते हुए गांव पद्दी सूरा सिंह में पराली प्रबंधन के बाद गेहूं की बिजाई पर फील्ड डे का आयोजन किया। शिविर की शुरुआत में कृषि विज्ञान केंद्र के एसोसिएट डायरेक्टर (ट्रेनिंग) डॉ. मनिंदर सिंह बाउंस ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों को धान की पराली को नहीं जलाना चाहिए और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए उपलब्ध मशीनरी और तकनीकों के माध्यम से इसका उचित प्रबंधन करना चाहिए।

होशियारपुर- कृषि विज्ञान केंद्र, बाहोवाल ने पराली प्रबंधन को अपनाते हुए गांव पद्दी सूरा सिंह में पराली प्रबंधन के बाद गेहूं की बिजाई पर फील्ड डे का आयोजन किया। शिविर की शुरुआत में कृषि विज्ञान केंद्र के एसोसिएट डायरेक्टर (ट्रेनिंग) डॉ. मनिंदर सिंह बाउंस ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों को धान की पराली को नहीं जलाना चाहिए और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए उपलब्ध मशीनरी और तकनीकों के माध्यम से इसका उचित प्रबंधन करना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस बार भी कृषि विज्ञान केंद्र ने जागरूकता कैंप, प्रशिक्षण कार्यक्रम, प्रदर्शनी, होर्डिंग और कृषि साहित्य तथा मशीनरी के प्रावधान के माध्यम से अभियान के रूप में विभिन्न विस्तार गतिविधियां चलाई हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के कुशल नेतृत्व में विभागों की पहल और किसानों के पूर्ण सहयोग के कारण इस वर्ष पराली जलाने के मामलों में काफी कमी आई है और जिले में केवल 29 मामले दर्ज किए गए हैं। 
उन्होंने पद्दी सूरा सिंह के प्रगतिशील किसानों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने इस उद्देश्य को पूरा करने में पूरा योगदान दिया तथा गांव में पराली जलाने का एक भी मामला सामने नहीं आया। इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर (कृषि अभियांत्रिकी) डॉ. अजायब सिंह ने पराली प्रबंधन के लिए उपलब्ध मशीनरी-सरफेस सीडर, स्मार्ट सीडर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रिवर्स सोल्यूशन, जीरो टिल ड्रिल, रोटावेटर तथा बेलर के प्रयोग तथा प्रदर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा पशु आहार, मल्च, मशरूम उत्पादन, ऊर्जा, उर्वरक तथा गत्ता उद्योग में पराली के प्रयोग के बारे में भी जागरूक किया। 
कृषि विज्ञान केंद्र की प्रोग्राम सहायक सुनीता ने मिट्टी जांच के महत्व तथा मिट्टी जांच के लिए नमूने लेने की विधि के बारे में बताया। धान की पराली प्रबंधन के पश्चात किसानों ने गेहूं बिजाई प्रदर्शन खेतों का भी दौरा किया, जहां केवीके वैज्ञानिकों ने किसानों के साथ उनकी चिंताओं पर चर्चा की। 
फार्म दिवस के दौरान किसानों की सुविधा के लिए ग्रीष्मकालीन सब्जी किट तथा पशुओं के लिए स्क्रैप मेटल भी बिक्री के लिए उपलब्ध करवाया गया तथा कृषि साहित्य भी प्रदान किया गया। अंत में गांव पद्दी सूरा सिंह के पंच कुलवंत सिंह ने आए हुए विशेषज्ञों व किसानों का धन्यवाद किया।