
आनंदगढ़ साहिब किले के महान संतों ने जनकल्याण के क्षेत्र में महान योगदान दिया - बैंस खुर्दां
होशियारपुर - आनंदगढ़ किला श्री आनंदपुर साहिब के महान संतों ने धार्मिक कार्यों के साथ-साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी लोगों की भलाई के लिए महान कार्य करके एक मिसाल कायम की है। उनके द्वारा चलाई जा रही सेवाएं लोगों की भलाई के लिए समर्पित हैं। समाजसेवी व किसान नेता तथा बाबा सतनाम सिंह के सेवक सहयोगी सरदार दलजीत सिंह बैंस खुर्दां ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आनंदगढ़ किला के ब्रह्मलीन संत बाबा सेवा सिंह, संत बाबा भाग सिंह, संत बाबा लाभ सिंह, संत बाबा हरभजन सिंह भलवान तथा मुख्य प्रशासक संत बाबा सुच्चा सिंह ने समय-समय पर जन भलाई व समाज सेवा के क्षेत्र में महान योगदान दिया है।
होशियारपुर - आनंदगढ़ किला श्री आनंदपुर साहिब के महान संतों ने धार्मिक कार्यों के साथ-साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी लोगों की भलाई के लिए महान कार्य करके एक मिसाल कायम की है। उनके द्वारा चलाई जा रही सेवाएं लोगों की भलाई के लिए समर्पित हैं। समाजसेवी व किसान नेता तथा बाबा सतनाम सिंह के सेवक सहयोगी सरदार दलजीत सिंह बैंस खुर्दां ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आनंदगढ़ किला के ब्रह्मलीन संत बाबा सेवा सिंह, संत बाबा भाग सिंह, संत बाबा लाभ सिंह, संत बाबा हरभजन सिंह भलवान तथा मुख्य प्रशासक संत बाबा सुच्चा सिंह ने समय-समय पर जन भलाई व समाज सेवा के क्षेत्र में महान योगदान दिया है।
इस कार सेवा की शुरुआत करने वाले संत बाबा सतनाम सिंह इसे आगे बढ़ा रहे हैं और समाज के क्षेत्र में समय की सरकारों को विफल करके एक मिसाल कायम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आनंदगढ़ किले के महान संतों की कार सेवा ने संगत के सहयोग से 9 से अधिक धार्मिक स्थलों को सड़कों से जोड़ा है। वर्तमान में गढ़शंकर से आनंदपुर साहिब तक ऐतिहासिक श्री गुरु तेग बहादुर मार्ग के नवीनीकरण का काम संगत के सहयोग से बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
इस सड़क को चार लेन का बनाने के लिए कई किलोमीटर लंबा रास्ता तैयार किया गया है। इस सड़क को देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का भरपूर समर्थन मिला है। बाबा सतनाम ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उनके लिए 24 घंटे लंगर की व्यवस्था भी की गई है।
उन्होंने क्षेत्र के श्रद्धालुओं से इस पथ के कार्य में अधिकाधिक योगदान देने की अपील की। क्षेत्र में किए गए समाज सेवा के अच्छे कार्यों को लोग हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने होल्ला मोहला के दिन आनंदपुर साहिब आने वाले श्रद्धालुओं से कहा कि वे शांतिपूर्वक आएं तथा जो श्रद्धालु मोटरसाइकिलों व ट्रैक्टरों पर हार्न व डीजे लगाकर आ रहे हैं, वे शोर मचाते हुए न आएं।
