
महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" मनाने का मुख्य उद्देश्य है।
नवांशहर, 8 मार्च - स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन डा. गुरिंदरजीत सिंह के दिशा-निर्देशों और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतविंदरपाल सिंह के निर्देशानुसार, "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" के अवसर पर, डॉ. जिला अस्पताल नवांशहर में नीना शांत के नेतृत्व में जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला अस्पताल नवांशहर का स्टाफ, इलाज के लिए आए मरीज तथा आम जनता उपस्थित थी।
नवांशहर, 8 मार्च - स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन डा. गुरिंदरजीत सिंह के दिशा-निर्देशों और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतविंदरपाल सिंह के निर्देशानुसार, "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" के अवसर पर, डॉ. जिला अस्पताल नवांशहर में नीना शांत के नेतृत्व में जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला अस्पताल नवांशहर का स्टाफ, इलाज के लिए आए मरीज तथा आम जनता उपस्थित थी।
इस अवसर पर जानकारी देते हुए डॉ. नीना शांत ने बताया कि "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" हर वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं को सशक्त बनाना तथा आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भागीदारी बढ़ाना तथा उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में महिलाएं पहले से कहीं अधिक आत्मनिर्भर हो रही हैं तथा समाज के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए मास मीडिया विंग सिविल सर्जन कार्यालय शहीद भगत सिंह नगर से उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी तरसेम लाल ने कहा कि महिलाओं को स्वास्थ्य देखभाल के प्रति जागरूक करना बहुत जरूरी है, क्योंकि कामकाजी महिलाओं के साथ-साथ गृहणियों का भी समाज के निर्माण में अहम योगदान है। महिलाओं के बिना समाज के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। आज महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता के शिखर पर पहुंच रही हैं।
इस अवसर पर डॉ. मोनिका जैन ने कहा कि महिलाएं हर घर की रीढ़ होती हैं, पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में वे पूरा सहयोग करती हैं। महिलाओं का स्वास्थ्य परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन कई महिलाएं लापरवाही या अज्ञानता के कारण अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करती हैं। ज्यादातर महिलाएं कैल्शियम की कमी, एनीमिया और हड्डियों की कमजोरी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से प्रभावित होती हैं। स्वस्थ रहने के लिए उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए।
नर्सिंग सिस्टर सतविंदर पाल कौर ने कहा कि हमें लड़के-लड़कियों का पालन-पोषण बिना किसी भेदभाव के करना चाहिए ताकि वे खुशहाल जीवन जी सकें और देश के विकास में योगदान दे सकें। इस अवसर पर लवप्रीत कौर व जैस्मीन नर्सिंग स्कूल की छात्राओं ने महिला सशक्तिकरण व बाल संरक्षण विषय पर प्रभावशाली कविताएं व भाषण भी प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर फार्मेसी अधिकारी परमवीर प्रिंस, रजनी सचदेवा, राजरानी, मनदीप कौर, मोनिका, राजिंदर कौर, चेतना, मनप्रीत, गुरप्रीत, सुपरवाइजर सोनिया रानी, हरविंदर कौर, गुरविंदर कौर रवनीत कौर तथा संधू कॉलेज ऑफ नर्सिंग महालों के अध्यापकों व विद्यार्थियों द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया गया।
