बोफोर्स: सीबीआई ने अमेरिका को न्यायिक अनुरोध भेजा

नई दिल्ली, 5 मार्च - सीबीआई ने अमेरिका को एक न्यायिक अनुरोध भेजकर निजी जांचकर्ता माइकल हर्शमैन से जानकारी मांगी है, जिन्होंने 1980 के दशक के 64 करोड़ रुपये के बोफोर्स रिश्वत मामले के बारे में महत्वपूर्ण विवरण भारतीय एजेंसियों के साथ साझा करने की इच्छा व्यक्त की थी। फेयरफैक्स समूह के प्रमुख हर्शमैन 2017 में एक निजी जासूस सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए थे।

नई दिल्ली, 5 मार्च - सीबीआई ने अमेरिका को एक न्यायिक अनुरोध भेजकर निजी जांचकर्ता माइकल हर्शमैन से जानकारी मांगी है, जिन्होंने 1980 के दशक के 64 करोड़ रुपये के बोफोर्स रिश्वत मामले के बारे में महत्वपूर्ण विवरण भारतीय एजेंसियों के साथ साझा करने की इच्छा व्यक्त की थी। फेयरफैक्स समूह के प्रमुख हर्शमैन 2017 में एक निजी जासूस सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए थे।
अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने विभिन्न मंचों से आरोप लगाया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने घोटाले की जांच को पटरी से उतार दिया था। उन्होंने कहा था कि वह सीबीआई के साथ ब्यौरा साझा करने के लिए तैयार हैं। हर्षमैन ने एक साक्षात्कार में दावा किया था कि उन्हें 1986 में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा विदेशों में भारतीयों द्वारा मुद्रा नियंत्रण कानूनों के उल्लंघन और धन शोधन की जांच करने और भारत के बाहर संपत्तियों का पता लगाने के लिए नियुक्त किया गया था, जिनमें से कुछ बोफोर्स सौदे से संबंधित थीं।
सीबीआई ने वित्त मंत्रालय से भी संपर्क कर हर्शमैन की नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज मांगे थे और यह भी पूछा था कि क्या उन्होंने कोई रिपोर्ट पेश की है, लेकिन उस समय के रिकॉर्ड एजेंसी को उपलब्ध नहीं कराए जा सके। एजेंसी ने कई साक्षात्कारों में हर्शमैन के दावों पर टिप्पणी की और 2017 में घोषणा की कि मामले की उचित प्रक्रिया के अनुसार जांच की जाएगी।