
विजिलेंस ब्यूरो ने नायब तहसीलदार के रीडर को 8000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया
होशियारपुर 27 फरवरी- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़ी मुहिम के दौरान होशियारपुर के नायब तहसीलदार के रीडर के पद पर तैनात राजस्व विभाग के कर्मचारी आलोक को 8000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है। इस बारे में जानकारी देते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी को लुधियाना के शिमलापुरी निवासी एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर काबू किया गया है।
होशियारपुर 27 फरवरी- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़ी मुहिम के दौरान होशियारपुर के नायब तहसीलदार के रीडर के पद पर तैनात राजस्व विभाग के कर्मचारी आलोक को 8000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी को लुधियाना के शिमलापुरी निवासी एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर काबू किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर बताया कि सरफेसी एक्ट के तहत नायब तहसीलदार ने उसकी फर्म को एक प्रॉपर्टी का कब्जा दिया था और इस कब्जे की रिपोर्ट डिप्टी कमिश्नर कार्यालय को भेजने की एवज में उक्त रीडर ने 10,000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता के कहने पर उक्त आरोपी ने 8,000 रुपए की रिश्वत लेने पर सहमति जताई।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर उक्त आरोपी को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता से 8,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में विजीलैंस ब्यूरो के जालंधर रेंज पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है और इस मामले में अन्य व्यक्तियों की भूमिका का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
